जम्मू-कश्मीर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लेह के सिंधु घाट पर सिंधु दर्शन पूजा की। इस दौरान पूरे विश्व में शांति, समृद्धि की कामना की गई। साथ ही लोगों के बेहतर स्वास्थ्य की भी प्रार्थना की। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर सुबह लेह हवाई अड्डे पहुंचने पर राष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उनके साथ उनकी पुत्री स्वाति राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी हैं। सिंधु घाट पहुंचने पर परंपरागत संगीत के माध्यम से उन्हें लद्दाखी सम्मान दिया गया। सीईसी ताशी ग्यालसोन ने उन्हें पारंपरिक खतक तथा उप-राज्यपाल ने स्मृति चिह्न प्रदान किया। स्कूली छात्रों की ओर से प्रस्तुत राष्ट्रभक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम से अभिभूत हो उन्हें राष्ट्रपति भवन आने का न्योता दिया। सिंधु दर्शन पूजा से पहले उप-राज्यपाल आरके माथुर ने उनके साथ केंद्र शासित प्रदेश के विकास कार्यों पर चर्चा की। बताया कि लद्दाख में कई केंद्रीय परियोजनाएं चल रही हैं। समय से काम को पूरा करने की दिशा में काम चल रहा है। लेह एयरपोर्ट पर उप राज्यपाल, सीईसी के साथ सांसद टी शेरिंग नामग्याल, उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, फायर एंड फ्यूरी कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल पीकेजी मेनन, उप वायु सेना प्रमुख तेजिंदर सिंह, लेह एयर स्टेशन के एयर कमाडोर सुब्रतो कुंडू, लद्दाख एडीजीपी एसएस खंदारे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। लेह में सिंधु दर्शन कार्यक्रम में शामिल होने के बाद राष्ट्रपति उधमपुर स्थित उत्तरी कमान मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने जवानों के साथ मिलकर उनका हौसला बढ़ाया।