स्पोर्ट्स। बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स का आठवां दिन भारत के लिए पदकों की बौछार लेकर आया। कॉमनवेल्थ गेम्स में आठवें दिन कुश्ती की शुरुआत हुई और भारत के कई दिग्गज एथलीट्स इसमें दांव-पेंच लगाने के लिए मैट पर उतरे। शुक्रवार को भारतीय फैंस को पदक आने की उम्मीद तो थी, लेकिन सिर्फ पदक आए नहीं, बल्कि पदकों की बारिश हुई। भारत ने शुक्रवार तीन स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य समेत कुश्ती में कुल छह पदक जीते। इससे भारत के कुल पदकों की संख्या 26 पहुंच गई है। पदक तालिका में भारतीय टीम फिलहाल पांचवें नंबर पर है।
लेकिन आठवें दिन भारत के लिए कुछ निराशाजनक नतीजे भी आए। 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स की चैंपियन रहीं टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में पदक से चूक गईं। इससे एक स्वर्ण की उम्मीद को झटका लगा है। वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में हार गई। अब महिला हॉकी टीम कांस्य पदक के लिए न्यूजीलैंड की टीम से भिड़ेगी। आइए जानते हैं आठवां दिन भारत के लिए कैसा रहा…
अब तक बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के पदकवीरों के बारे में:-
- 9 स्वर्णःमीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टेबल टेनिस पुरुष टीम, सुधीर (पावर लिफ्टिंग), बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया।
- 8 रजतःसंकेत सरगरी, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंशु मलिक।
- 9 कांस्यःगुरुराजा पुजारी, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, सौरव घोषाल, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया ने लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीत लिया है। उन्होंने फ्रीस्टाइल 65 किग्रा वर्ग में कनाडा के लचलान मैकनिल को 9-2 से हराया। भारत का बर्मिंघम में कुश्ती में यह पहला स्वर्ण पदक रहा। इसके बाद तो स्वर्ण पदक की झड़ी लग गई। बजरंग ने इससे पहले 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण जीता था। 2014 में भी उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया था।
साक्षी मलिक ने राष्ट्रमंडल खेलों में इतिहास रच दिया। उन्होंने पहली बार स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। साक्षी ने फ्रीस्टाइल 62 किग्रा वर्ग में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को हराया। साक्षी ने पहले विपक्षी खिलाड़ी को चित्त कर चार अंक हासिल किए। उसके बाद पिनबॉल से जीत हासिल की।
साक्षी इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत (2014) और कांस्य पदक (2018) जीत चुकी थीं। साक्षी ने 4-0 पिछड़ने के बाद जबरदस्त वापसी की। उन्होंने पहले स्कोर 4-4 से बराबर किया और फिर पिनफॉल से मैच जीत लिया। यह आठवें दिन का भारत को दूसरा स्वर्ण रहा।
दीपक पूनिया ने भारत को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक का सबसे यादगार स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने फ्रीस्टाइल 86 किग्रा वर्ग में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को हरा दिया। इनाम के खिलाफ पूनिया ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने पाकिस्तानी पहलवान को एक भी मौका नहीं दिया। दीपक ने यह मैच 3-0 से अपने नाम कर लिया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में दीपक पूनिया का पहला पदक है। इस तरह भारत को कुश्ती में तीसरा स्वर्ण मिला।