मन से नकारात्मकता को दूर करने में सहायक हैं यह योगासन…

स्‍वास्‍थ्‍य। समाज में फैली अनिश्चितता, काम के दवाब, पारिवारिक-सामाजिक समस्याओं के कारण मौजूदा समय में लोगों में कई तरह की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का निदान किया जा रहा है। मन में हमेशा नकारात्मक विचारों का आना भी ऐसी ही एक समस्या है जिससे लोग अक्सर परेशान रहते हैं। इस तरह के विचार लोगों में अंसतोष, काम करने के इच्छा में कमी, डर और तनाव जैसी समस्याओं को बढ़ावा दे सकते हैं। लंबे समय तक ऐसी समस्याओं का बने रहना सामान्य जीवन की गतिविधियों को भी बाधित कर सकता है। अगर आप भी अक्सर मन में आने वाली नकारात्मक विचारों से परेशान हैं, तो इसके लिए योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। योग के माध्यम से न सिर्फ इस तरह के ख्यालों को कम किया जा सकता है साथ ही यह मन में सकारात्मकता का संचार भी करते हैं। शीर्षासन योग का अभ्यास:- योग विशेषज्ञों के मुताबिक रोजाना शीर्षासन योग का अभ्यास करना शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। शीर्षासन योग मस्तिष्क में रक्त के संचार को बढ़ावा देने के साथ सिरदर्द और तनाव जैसी समस्याओं को दूर कर सकता है। मस्तिष्क में सकारात्मकता के संचार के लिए भी इस योगासन को विशेष लाभदायक माना जाता है। सेतुबंधासन:- तनाव-चिंता और नकारात्मकता जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए रोजाना सेतुबंधासन योग का अभ्यास करना विशेष लाभदायक हो सकता है। मस्तिष्क को शांत रखने के साथ कमर दर्द, पीठ और टखनों के दर्द को कम करने में भी इस योगासन के अभ्यास को काफी लाभदायक माना जाता है। प्राणायाम का करिए नियमित अभ्यास:- मानसिक शांति और आंतरिक ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए प्राणायाम के विभिन्न योगाभ्यासों को किया जा सकता है। मन से नकारात्मक ख्यालों को दूर करने के साथ तनाव-चिंता दूर करने में इस योगासन के अभ्यास को लाभदायक माना जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि प्राणायाम का अभ्यास सेरोटेनिन यानी कि फील गुड हार्मोन के स्तर को बढ़ावा देने में भी सहायक है।

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