कीव। यूरोप के सबसे बड़े जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर रूस के कब्जे के बाद दुनिया में खलबली मची हुई है। सभी देश इसे एक बड़ा परमाणु खतरा मान रहे हैं। ऐसे में परमाणु शक्ति सम्पन्न रूस से सीधे टकराने से बचने के लिए नाटो ने यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन घोषित करने से इंकार कर दिया है।
नाटो का मानना है कि यह कदम रूस को और भड़का सकता है और इसमें कई देश कूद सकते हैं, जिससे पूरे यूरोप में युद्ध शुरू हो जाएगा। नाटो के इस कदम पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भड़क गए हैं। जेलेंस्की का कहना है कि नाटो ने इस कदम से रूस को ग्रीन सिग्नल दे दिया है।
जिससे वह यूक्रेन के शहरों और गांवों में बमबारी जारी रखेगा। दरअसल यूक्रेन की ओर से नाटो से अपील की गई थी कि, वे यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन घोषित करे, जिससे रूसी हमलों से बचा जा सके। अमेरिकी विदेश मंत्री का भी कहना है कि यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन घोषित करने का मतलब है कि वहां पर रूसी हवाई जहाजों की घुसपैठ रोकने के लिए नाटो को अपने विमान भेजने पड़ेंगे, इससे पूरे यूरोप में युद्ध छिड़ जाएगा।