Delhi : दिल्ली के ऐतिहासिक पुराने किले में अगले महीने से बोटिंग के लिए ट्रायल होने वाला है। जानकारी के मुताबिक, करीब 9 साल के लंबे इंतजार के बाद पर्यटक बोटिंग का लुत्फ उठा सकेंगे। ऐसे में पुराना किला में घूमने के लिए आने वाले पर्यटक नाव में सवार होकर आनंद ले सकेंगे। बता दें कि एक से दो महीने तक ट्रायल चलेगा। ट्रायल के दौरान यदि कोई खामियां पाई गई तो व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए नई रूपरेखा तैयार की जाएगी।
जानकारी के दौरान पुराने किले झील में वर्ष 2016 से बोटिंग की सुविधा बंद है। जोकि झील संरक्षण के अभाव में सूख गई थी। इसी दौरान वर्ष 2019 में झील क्षेत्र को संवारा गया, बताया जा रहा है कि अब इस ऐतिहासिक स्थल पर पर्यटकों को फिर से बोटिंग का आनंद लेने का मौका मिलेगा।
एडोप्ट हेरिटेज योजना के तहत लिया गया गोद
बता दें कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एसआई) की एडोप्ट हेरिटेज योजना के तहत एक फाउंडेशन ने गोद ले रखा है। इस जानकारी के तहत पुराने किले झील में करीब 10 बोट उतारी जाएंगी। इसके साथ ही, भविष्य में 10 और नाव जोड़ने की योजना है। पर्यटकों के सुरक्षा को लेकर इस बार बोटिंग को और भी व्यवस्थित बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उम्मीद है कि यह पहल दिल्ली के पर्यटन मानचित्र पर पुराना किला को और भी प्रमुखता प्रदान करेगी।
पर्यटक की मांग, जल्द शुरू हो सुविधा
इस झील को और भी सुंदर व आकर्षक बनाने के लिए परिसर में अस्थायी तौर पर बांस के काउंटर तैयार किए जाएंगे। वहीं नौका को लेकर डिजाइन की प्रक्रिया चल रही है। नौका विहार की सुविधा को लेकर पर्यटक काफी उत्साहित हैं और बोले ये बहुत अच्छी बात है। इससे जो पर्यटक बच्चों व परिवार के साथ आते हैं, वह नौका विहार का लुत्फ उठा सकेंगे।
पर्यटन विभाग ने एएसआई को लिखा पत्र
जानकारी के दौरान पुराने किले की प्राचीर से सटी एक बड़ी झील है। इसे सुदंर दिखने के लिए इसमें फव्वारे भी लगाए गए हैं जोकि पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं। यहां पर आने वाले हजारों पर्यटक रोजाना नाव से झील में सैर करते थे। इस शीतल जल के बीच नाव से सैर का पर्यटक आनंद लेते थे, लेकिन कोरोना काल से पहले एएसआई की कुछ काम के कारण नौका विहार को बंद कर दिया गया था। तभी पर्यटन विभाग ने एएसआई को पत्र लिखकर नौका विहार गतिविधि को फिर से शुरू करने पर विचार करने का अनुरोध किया था।
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