Financial Institutions: रोहिणी इलाके में वित्तीय संस्थानों से लोन और बैंकों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही थी और इस बारे में एक शिकायत की जांच करते हुए रोहिणी जिला साइबर सेल द्वारा ठगी करने वाले दो सरगना सहित अब 11 लोगों को पकड़ लिया गया है। जिनमे 9 महिला टेलीकॉलर शामिल हैं।
बता दें कि आरोपी फर्जी कॉल सेंटर चलाकर ही लोगों से ठगी कर रहे थे और इनके कब्जे से पुलिस द्वारा अब 8 डेबिट कार्ड, 4 पासबुक, 22 मोबाइल फोन, 28 सिमकार्ड और दो लैपटॉप जब्त कर लिए गए हैं। पुलिस अधिकारी द्वारा भी बताया गया कि 18 मार्च को साइबर पोर्टल के माध्यम से रोहिणी जिला साइबर सेल को एक ही ठगी की शिकायत मिली थी।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि वह गूगल पर नौकरी की तलाश कर रहे थे। उसे एक बैंक में सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी का विज्ञापन मिला। इसमें दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर रिया नाम की युवती ने उसकी निखिल से बात करवाई। निखिल ने उसे बैंक में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया और शिकायतकर्ता को पंजीकरण शुल्क, कमीशन के तौर पर बैंक खाते में पैसा जमा करने के लिए कहा। शिकायतकर्ता ने अलग-अलग तारीख में तीन किस्तों में 7498 रुपये जमा किए। उसके बाद से आरोपी उसकी कॉल को नजरअंदाज करने लगे।
जब साइबर सेल की टीम सब इंस्पेक्टर राखी के नेतृत्व में ही इसकी जांच के दौरान आरोपियों के नंबर की तकनीकी जांच की गयी। तब पता चला कि आरोपी नंदनगरी, नांगलोई और रोहिणी सेक्टर सात में मौजूद हैं। रोहिणी सेक्टर सात में आरोपियों की ही मौजूदगी का पता चलते ही पुलिस की टीम द्वारा पहले वहां एक मकान पर छापा मारा जहां से पुलिस ने दो गैंगस्टर्स समेत 11 लोगों को अपनी पकड़ में ले लिया है। दोनों आरोपियो की पहचान इंद्रा एंक्लेव निवासी मोहम्मद इमरान अंसारी और नांगलोई निवासी शिव कुमार के रूप में होती दिखी है। हालाँकि, पूछताछ में मोहम्मद इमरान अंसारी द्वारा इस बारे में बताया कि शिव कुमार उसका साथी है और दोनों कई बीमा कंपनियों में काम कर चुके हैं।