vice president: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अगले उपराष्ट्रपति को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं चल रही हैं. जहां एक ओर केंद्र की सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अगला उपराष्ट्रपति चुनने की जिम्मेदारी सौंपी है. तो वहीं दूसरी इंडिया गठबंधन भी एक संयुक्त उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रहा है. उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए सात अगस्त से शुरू हुए नामांकन में तीन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. लेकिन अब उन्हें बड़ा झटका लगा है.
क्यों खारिज हुए नामांकन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन तीन लोगों ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था उनका नामांकन चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम की धारा 5 (B) की उपधारा (4) के तहत खारिज कर दिया है. जिन तीन लोगों के नामांकन खारिज किए गए उनमें तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले पद्मराजन, दिल्ली मोती नगर के रहने वाले जीवन कुमार मित्तल और राजशेखर शामिल हैं.
पद्मराजन और जीवन कुमार मित्तल ने अपने संसदीय क्षेत्रों की वोटर लिस्ट की प्रमाणित कॉपी अटैच की , जिसमें रजिस्टर्ड वोटर के रूप में उनका नाम था लेकिन ये उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होने से पहले की थीं, इसलिए इनका नामांकन रद्द हो गया. वहीं राजशेखर जमानत की 15 हजार रुपये जमा नहीं करा पाए जिसके चलते उनका भी नामांकन रद्द कर दिया गया.
कौन होगा देश का अगला उपराष्ट्रपति?
सूत्रों के अनुसार, NDA गठबंधन किसी राज्य के राज्यपाल या बीजेपी के किसी बड़े नेता को उपराष्ट्रपति के पद के लिए उम्मीदवार बना सकती है. सियासी गलियारों में उपराष्ट्रपति के पद के लिए गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत का नाम सबसे आगे चल रहा है. वहीं दूसरे नंबर पर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और शेषाद्रि चारी का नाम भी रेस में शामिल है.
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है और दस्तावेजों की जांच 22 अगस्त को की जाएगी. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 25 अगस्त है. अगर जरूरी हुआ तो 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग होगी. वोटिंग सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक होगी. 9 सितंबर के ही दिन काउंटिंग भी होगी और विजेता के नाम का ऐलान किया जाएगा.
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