नई दिल्ली। राज्यसभा के 72 सेवानिवृत्त सदस्यों की विदाई के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि
”हमारे राज्यसभा सदस्यों के पास बहुत अनुभव है। कभी-कभी अनुभव में ज्ञान से अधिक शक्ति होती है। हम सेवानिवृत्त सदस्यों से कहेंगे कि एक बार फिर से आइए। हमने इस संसद में लंबा समय बिताया है। इस सदन ने हमारे जीवन में बहुत योगदान दिया है। इस सदन के सदस्य के रूप में प्राप्त अनुभव को देश के चारों दिशाओं में ले जाना चाहिए। भले हम इन चार दीवारों से निकल रहे हैं लेकिन इस अनुभव को राष्ट्र के सर्वोत्तम हित के लिए चारों दिशाओं में ले जाएं। चारों दीवारों में पाया हुआ सब कुछ चारों दिशा में ले जाएं। उन्होने कहा कि ये आज़ादी का अमृत महोत्सव है। हमारे महापुरुषों ने देश के लिए बहुत कुछ दिया, अब देने की जिम्मेदारी हमारी है। अब आप खुले मन से एक बड़े मंच पर जाकर आज़ादी के अमृत महोत्सव के पर्व को माध्यम बनाकर प्रेरित करने में योगदान कर सकते हैं। उन्हाेने सेवानिवृत सांसदों से कहा कि अनुभव से जो प्राप्त हुआ होता है उसमें समस्याओं के समाधान के लिए सरल उपाय होते हैं। अनुभव का मिश्रण होने के कारण गलतियां कम से कम होती हैं।”
गुरुवार को राज्यसभा में 72 सदस्यों की विदाई हुई। रिटायर हो रहे सदस्यों में कांग्रेस के ए.के एंटनी, आनंद शर्मा, अंबिका सोनी, कपिल सिब्बल, भाजपा के सुरेश प्रभु, सुब्रमण्यम स्वामी, बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल शामिल हैं।
वहीं निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह जैसे मंत्री भी शामिल हैं। मनोनीत सदस्यों एम.सी मैरीकॉम, स्वपन दासगुप्ता और नरेंद्र जाधव का भी कार्यकाल समाप्त हो रहा है।