छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिस के लोन वर्राटू यानी घर वापस आइए अभियान से प्रभावित होकर 14 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। इनमें से एक नक्सली ऐसा है, जो 25 जवानों की हत्या में भी शामिल रहा है। सर्चिंग पर निकले डीआरजी के जवानों ने एक इनामी नक्सली को भी गिरफ्तार किया है। यह सभी माओवादी पिछले कई सालों से माओवाद संगठन से जुड़कर काम कर रहे थे। साथ ही कई घटनाओं में भी शामिल रहे हैं। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि इनके समर्पण करने से अब इलाका हो जाएगा। इधर लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर पिछले डेढ़ साल में 454 नक्सली मुख्यधारा में वापस लौटकर आए हैं। पुलिस को सरेंटर करने वाले नक्सलियों में एक लाख रुपये का इनामी नक्सली सन्ना मरकाम भी शामिल है। यह नक्सलियों के डूमाम लोकल ऑब्जर्वेशन स्क्वायड (एलओएस) का सदस्य है। सन्ना साल 2017 में सुकमा जिला के बुरकापाल में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में भी शामिल था। इस घटना में 25 जवान शहीद हुए थे। सन्ना ने पुलिस को बताया कि वह माओवादियों की खोखली विचारधारा से तंग आ गया था। सरेंडर कर खुशहाल जिंदगी जीना चाहता था, इसलिए आत्मसमर्पण किया है। अन्य 13 नक्सलियों ने भी हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है और सन्ना के साथ आकर उन्होंने भी आत्मसमर्पण किया है।