लाइफ स्टाइल। काम के साथ-साथ आराम का भी काफी महत्व होता है। लेकिन, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर व्यक्ति अपने कामों में इतना व्यस्त है कि आराम के लिए किसी के पास समय ही नहीं है। यह याद रखें कि जितना हमारे लिए काम आवश्यक है, उतना ही जरुरी है आराम। आराम करना सफलता, हेल्थ और हैप्पीनेस का इम्पोर्टेंट हिस्सा है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी टास्क लिस्ट कितनी लंबी है, लेकिन रेस्ट के लिए समय अवश्य निकालें। क्योंकि, मानसिक और शारीरिक के साथ ही लॉन्ग टर्म हेल्थ के लिए भी रेस्ट करना महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं इस भागदौड़ भरी जिंदगी में ‘रेस्ट डे’ की भूमिका-
भागती-दौड़ती जिंदगी में ‘रेस्ट डे’ की क्या है भूमिका?
‘रेस्ट डे’ वो दिन है, जब कोई व्यक्ति अपनी रेगुलर रूटीन से ब्रेक लेता है। फिर यह रेस्ट चाहे ऑफिस के काम से हो, वर्कआउट से या किसी अन्य तरह की रूटीन से। आइए जानें रेस्ट लेने से क्या लाभ हो सकते हैं-
बॉडी के लिए फायदेमंद:-
रूटीन वर्क से थोड़ा सा ब्रेक न केवल हमें रिफ्रेश करता है, बल्कि, हमारे शरीर को इससे बहुत से लाभ मिलते हैं जैसे इससे मूड सुधरता है, प्रोडक्टिविटी बढ़ती है, इम्युनिटी बढ़ती है, ब्लड प्रेशर कम होता है आदि।
स्ट्रेस होता है कम:-
रोजाना एक ही तरह का काम करना स्ट्रेस्फुल हो सकता है। ऐसे में रेस्ट डे आपके स्ट्रेस को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
बढ़े क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी:-
जब आप आराम करने के लिए समय निकालते हैं, तो इससे क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी दोनों बढ़ती हैं। क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि रविवार के बाद सोमवार को ही जरुरी मीटिंग या काम क्यों शेड्यूल किए जाते हैं? क्योंकि, रेस्ट के बाद हमारा ब्रेन अधिक शार्प होता है।
निर्णय लेने की क्षमता में बढ़ोतरी:-
अधिक लम्बे समय तक काम करने से हमारी काम में एकाग्रता कम हो सकती है। ऐसे में रेस्ट, के बाद हमारे दिमाग की निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है और हम बेहतर डिसीजन ले पाते हैं।