Delhi: पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. तमाम नेताओं मे उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने कहा कि वह (अटल बिहारी वाजपेयी) विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए सभी को प्रेरित करते रहेंगे.
सीएम योगी व डिप्टी सीएम ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके योगदान को याद किया. समारोह में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी मौजूद रहे.
सीएम योगी ने अटल जी के व्यक्तित्व और उनके छह दशक लंबे राजनीतिक जीवन को याद करते हुए कहा कि अटल जी का जीवन समग्र भारतीय राजनीति को नई दिशा देने वाला रहा है. चाहे वे सत्ता में रहे हों या विपक्ष में, उन्होंने जीवन मूल्यों, राष्ट्र-निर्माण के आदर्शों और विकास की राष्ट्र-भाषा के महत्व पर हमेशा प्रकाश डाला. वही दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने भी पूर्व प्रधानमंत्री के देश में योगदान को याद किया.
समर्पण, सेवा भाव, विकसित और आत्मनिर्भर भारत
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, ‘सभी देशवासियों की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पुण्यतिथि पर सादर नमन. राष्ट्र के चौतरफा विकास को लेकर उनका समर्पण और सेवा भाव विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान के लिए हर किसी को प्रेरित करने वाला है.’
अटल बिहारी वाजपेय का सियासी सफर
अटल बिहारी वाजपेयी 16 से 31 मार्च 1996 और फिर 19 मार्च 1998 से 13 मई 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे. वाजपेयी जवाहर लाल नेहरू के बाद लगातार तीन लोकसभा चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बनने वाले पहले नेता बन गए थे. इंदिरा गांधी के बाद लगातार तीन बार अपने नेतृत्व में पार्टी को जीत दिलाने वाले इकलौते प्रधानमंत्री का गौरव भी वाजपेयी के नाम है. 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कृष्ण बिहारी वाजपेयी और कृष्णा देवी के घर जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी के पास चार दशक से अधिक समय का संसदीय अनुभव था. वे 1957 से संसद सदस्य रहे हैं.
2015 में सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया
अटल बिहारी वाजपेयी को राष्ट्र के प्रति उनके सेवाओं के मद्देनजर वर्ष 1992 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. उन्हें लोकमान्य तिलक पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ संसद सदस्य आदि पुरस्कार से नवाजा गया. इससे पहले 1993 में कानपुर विश्वदविद्यालय ने मानद डॉक्ट्रेट की उपाधि से नवाजा था. वर्ष 2014 में उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की गई और मार्च 2015 में उन्हें भारत रत्न से प्रदान किया गया. उन्हें 2015 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ की उपाधि से अलंकृत किया गया. 16 अगस्त 2018 को 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.
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