देश-दुनिया। सूडान में चारों ओर इस समय हिंसा जारी है। इस दौरान रिपोट्र के द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक हिंसाग्रस्त सूडान से सऊदी अरब द्वारा निकाले गए ‘मित्रवत और भाईचारे वाले देशों’ के 66 लोगों में भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। निकासी विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अपने सऊदी अरब समकक्ष से बात करने के कुछ दिनों बाद हुई। बता दें कि सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लड़ाई के कारण सूडान हिंसा का सामना कर रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया कि 72 घंटे के सीजफायर के बीच भी हिंसा होने की खबरें आ रही हैं। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया कि ‘सऊदी अरब के नेतृत्व के निर्देशों के कार्यान्वयन में, हम सूडान से सऊदी अरब के निकाले गए नागरिकों और राजनयिकों और अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों सहित भाईचारे और मित्र देशों के कई नागरिकों के सुरक्षित आगमन की घोषणा करते हुए प्रसन्न हैं।’ तथा मंत्रालय ने यह भी कहा कि उत्तरी अफ्रीकी देश सूडान से न केवल उसके अपने नागरिकों बल्कि सहयोगी और मित्र राष्ट्रों के कई नागरिकों को निकाला गया।
उन्होने कहा कि ‘निकाले गए नागरिकों की संख्या 91 नागरिकों तक पहुंच गई, जबकि भाईचारे और मित्र देशों के निकाले गए नागरिकों की संख्या लगभग 66 तक पहुंच गई। इनमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, बुल्गारिया, कुवैत, कतर, यूएई, मिस्र, ट्यूनिशिया, फिलीपींस, कनाडा और बुर्किना फासो के नागरिक शामिल हैं। सऊदी अरब इन सभी को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है।’
बता दें कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा सूडान में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने सूडान में हाल के घटनाक्रमों का आकलन किया और वर्तमान में देश भर में स्थित 3,000 से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के साथ जमीनी स्थितियों की पहली रिपोर्ट प्राप्त की।
पीएम मोदी ने एक भारतीय नागरिक के निधन पर शोक व्यक्त किया, जो पिछले सप्ताह एक गोली का शिकार हो गया था। पीएम मोदी ने सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने, सूडान मे हो रहे घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी करने और सूडान में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का लगातार मूल्यांकन करने और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया था। पीएम मोदी ने क्षेत्र में पड़ोसी देशों के साथ-साथ सूडान में बड़ी संख्या में नागरिकों के साथ संपर्क बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया।
विदेश मंत्री जयशंकर ने 20 अप्रैल को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की थी और सूडान के घटनाक्रम पर चर्चा की थी। इसको लेकर उन्होंने बताया कि हमारी मुलाकात बहुत अच्छी रही। हमारी अधिकांश बैठक सूडान की स्थिति पर थी। हमने जी20 और यूक्रेन संघर्ष पर भी चर्चा की, लेकिन अनिवार्य रूप से यह सूडान के बारे में था। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत सरकार सूडान में फंसे अपने नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में है।
बता दें कि सूडान के सेना प्रमुख अब्देल फत्ताह अल-बुरहान और उनके डिप्टी मोहम्मद हमदान डागलो के प्रति वफादार बलों के बीच लड़ाई तेज हो गई है। सेना का नेतृत्व जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान कर रहे हैं वहीं अर्द्धसैनिक बल का नेतृत्व मोहम्मद हमदान डागालो कर रहे हैं। SAF ने अक्टूबर 2021 में तख्तापलट किया था। तबसे वह संप्रभुता परिषद के जरिए देश चला रहा है। वहीं RSF खुद को देश की सेना का हिस्सा मान रहा हैं और सूडान में फिर से नागरिक सरकार स्थापित करना चाहता है। इसी के कारण दोनों के बीच जंग छिड़ी हुई है।