यात्रा। भारत में ऐसी कई जगहें हैं जो बेहद रहस्यमयी हैं। यहां ऐसे-ऐसे स्थान है जिनके बारे में सुनने के बाद यकीन ही नहीं होता कि क्या सच में ऐसा कोई स्थान है। भारत में भी एक नहीं बल्कि कई रहस्यमयी झील है, जिसके बारे में जानने के बाद लोग सोच में पड़ जाते हैं।
भारत में स्थित किसी झील को ‘कंकालों की झील’ तो किसी को ‘लेक ऑफ नो रिटर्न’ के नाम से जाना जाता है। आज हम आपको कुछ ऐसी झीलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में पढ़ने के बाद आप भी कुछ समय के लिए यकीन नहीं करेंगे। आइए जानते हैं इन झीलों के बारे में-
रूपकुंड झील:-
सबसे पहले रुपकुंड झील के बारे में बात करते हैं। उत्तराखंड में समुद्र तल से लगभग 5 हज़ार से भी अधिक मीटर की ऊंचाई पर मौजूद यह झील ‘कंकालों की झील‘ के नाम से भी फेमस है। इस झील के बारे में बताया जाता है कि यहां 10वीं शताब्दी के कई नरकंकाल मौजूद है। एक अनुमान के मुताबिक इस झील में लगभग 200 से अधिक कंकाल मौजूद है। एक अन्य कहानी है कि यहां 400 साल से भी प्राचीन एक कब्रगाह है।
चिल्का झील:-
चिल्का झील भी एक रहस्यमयी झील के रूप में मानी जाती है। इस झील को लेकर एक कहानी है कि एक लड़की की शादी बहुत कम उम्र में कर दी गई थी। जब वो पिता के साथ इस झील में घूमने पहुंची तो एक चक्रवात में फंस गई। इस चक्रवात में पिता और नाविक तो बच गए, लेकिन बेटी नहीं मिली। स्थानीय लोगों का मानना है कि जब वो चक्रवात में फंसी तो वो देवी काली के रूप में बदल गई। इस लड़की की याद में झील के किनारे एक मंदिर का निर्माण किया गया।
लोनार झील:-
महाराष्ट्र में मौजूद लोनार झील भी एक रहस्यमयी झील है। इस झील को लेकर कहानी है कि इसने रातों-रात रहस्यमय तरीके से अपना रंग बदल लिया और गुलाबी हो गई। दुनिया की एकमात्र ऐसी झील है जो अपने आप अपना रंग बदल लेती है। एक अन्य कहानी है कि यह झील प्राचीन काल में लोनासुर नामक पौराणिक राक्षस का घर था। इस झील को 50 हज़ार वर्ष प्राचीन माना जाता है।
लेक ऑफ नो रिटर्न झील :-
भारत में एक ऐसी झील है जिसके बारे में लोगों का मानना है कि जो भी कई यहां जाता है वो कभी भी लौटकर नहीं आया है। इस जिस का नाम ‘लेक ऑफ नो रिटर्न’ है। भारत और म्यांमार की सीमा पर स्थित इस रहस्यमयी झील को नावांग यांग झील भी कहा जाता है। इस झील को लेकर एक कहानी है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी विमान के पायलटों ने यहां पर इमरजेंसी लैंडिंग करा दी, और बाद में मालूम चला कि जहाज पायलटों समेत रहस्यमय तरीके से लापता हो गया।