फिटनेस। रूमेटाइड अर्थराइटिस में जॉइंट्स की जकड़न और दर्द का सामना करना पड़ता है। इसके दर्द से राहत पाने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स ज्यादा से ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करने और डेली रूटीन में रेगुलर एक्सरसाइज, मॉर्निंग वॉक और साइकिलिंग को शामिल करने की सलाह देते हैं। रेगुलर एक्सरसाइज दर्द से राहत दिलाने के साथ जॉइंट्स फंक्शन को बेहतर करती है और बॉडी की फ्लैक्सिबिलिटी व मोशन बढ़ो में सहायक है। एक्सरसाइज से दिनभर की स्ट्रेस दूर हो जाती है और मूड फ्रेश होता है। यूं तो फिजिकल एक्टिविटी करना हर किसी के लिए फायदेमंद होती हैं, लेकिन रूमेटाइड अर्थराइटिस के मरीज डॉक्टर की सलाह के बाद कुछ एक्सरसाइज करें।
अर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाएंगी ये एक्सरसाइज:-
स्ट्रेचिंग:-
रूमेटोइड अर्थराइटिस के मरीजों को हर दिन स्ट्रेचिंग करनी चाहिए। स्ट्रेचिंग करने से बॉडी की फ्लैक्सिबिलिटी इंप्रूव होती है, मसल्स रिलैक्स होती हैं और बॉडी का मोशन इंप्रूव होता है। नियमित स्ट्रेचिंग करने से रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षणों से राहत पाई जा सकती है। आपको रोज स्ट्रैचिंग करने का रूटीन बनाना चाहिए, जिसमें आप स्ट्रेचिंग से पहले वार्मअप जरूर करें।
वॉकिंग:-
रूमेटाइड अर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए टहलना सबसे सरल उपाय है। वॉकिंग करने से हार्ट हेल्थ, बॉडी ज्वाइंट्स और मूड सही रहता है। टहलते समय अच्छे शूज पहने और बॉडी को हाइड्रेटेड रखें। अर्थराइटिस के पेन के लिए आप धीरे-धीरे वॉक शुरू करके स्पीड बढ़ा सकते हैं।
ताई ची एक्सरसाइज और योग:-
रूमेटाइड अर्थराइटिस के लिए ताई जी और योग काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं, ये दोनों ब्रीथिंग, जेंटल पोज और मेडिटेशन का शानदार कॉम्बिनेशन है। ये बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी और बैलेंस को बढ़ावा देने के साथ स्ट्रेस को दूर करते हैं।
साइकिलिंग:-
रूमेटाइड अर्थराइटिस कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के खतरे को काफी हद तक बढ़ा सकता है। साइकिलिंग कार्डियोवैस्कुलर फंक्शन को बेहतर करने में कारगर है। साइकिलिंग करने से बॉडी की जकड़न खत्म होती है, जॉइंट्स मूव करते हैं, बॉडी मोशन सही होता है और पैरों को स्ट्रेंथ मिलती है। रूमेटाइड अर्थराइटिस में कोई भी एक्टिविटी करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।