रोचक जानकारी। धरती पर कई सारे रहस्य ऐसे हैं, जिनसे आज तक पर्दा नहीं उठाया जा सका है। इन रहस्यों के बारे में जानकर किसी को भी यकीन नहीं होता है। इन रहस्यों को वैज्ञानिक सालों से सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिल पाई है। आज हम दुनिया के कुछ रहस्यों के बारे में बताएंगे जिनके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे-
इलाहा दा क्यूइमादा द्वीप:-
यह द्वीप ब्राजील में स्थित हैं। इस द्वीप पर सांप ही सांप हैं। यहां हर तीन फीट पर एक से पांच सांप देखने को मिल जाएंगे। आज तक इसके रहस्य के बारे में किसी को जानकारी नहीं मिल पाई है। इस द्वीप को सांपों का द्वीप कहते हैं। यहां पर गोल्डन लांसहेड वाइपर जैसे जहरीले सांप रहते हैं। ब्राजील की नौसेना ने इस द्वीप पर लोगों के आने पर बैन लगाया हुआ है।
चोलुला का ग्रेट पिरामिड:-
मैक्सिको में स्थित चोलुला का ग्रेट पिरामिड आज भी रहस्य का विषय बना है। आज तक कोई भी यह पता नहीं लगा पाया कि इसका निर्माण किसने करवाया था और इसके बनवाने के पीछे की वजह क्या है। मंदिर की तरह दिखने वाले पिरामिड का कोई इतिहास नहीं है। यह दुनिया के बड़े पिरामिडो में शामिल है।
बरमूडा ट्रायंगल:-
माना जाता है कि बरमूडा ट्रायंगल दुनिया का सबसे खतरनाक और रहस्यमयी जगह है। बरमूडा ट्रायंगल में कई जहाज लापता हो चुके हैं जिनका आज तक पता नहीं चल पाया है। तीन जगहों के बीच होने से इस जगह को बरमूडा ट्रायंगल कहते हैं। इस स्थान पर गुरुत्वाकर्षण ज्यादा है जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाली कोई भी चीज इसमें समा जाती है।
डेथ वैली:-
अमेरिका में स्थित डेथ वैली भी गर्मी के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती है। इस स्थान पर भी कभी-कभी तापमान 130 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। साल 1913 में यहां पर 134.06 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। डेथ वैली में सिर्फ 5 फीसदी औसत बारिश होती है। यह दुनिया के सबसे गर्म स्थानों में शामिल है और यहां पानी का नामोनिशान नहीं है।
इथोपिया का दनाकिल रेगिस्तान:-
इथोपिया के इस द्वीप पर बहुत जल्द मौसम में बदलाव होता है। यहां पर कभी गर्मी पड़ती है, तो कभी सर्दी। दनाकिल रेगिस्तान में पूरे साल 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास तापमान रहता है। सबसे हैरान वाली बात यह है कि यहां कभी-कभी 145 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच जाता है। गर्मी की वजह से इस इलाके को क्रुअलेस्ट प्लेस ऑन अर्थ भी कहते हैं। इतनी गर्मी पड़ती है कि तालाबों का पानी खौलता रहता है। दनाकिल रेगिस्तान 62,000 मील से ज्यादा क्षेत्र में फैला है। यहां की गर्मी को नर्क की आग भी कहा जाता है।