स्वास्थ्य। सरसों सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद होता है। जब सरसों का पौधा होता है तो इससे सरसों का साग बनाया जाता है, जब यह पक जाता है तो सरसों के दाने बनते हैं। सरसों के दाने में ओमेगा 3 फैटी एसिड रहता है जो कई बीमारियों से लड़ने में सक्षम है। सरसों के दानों से तेल भी बनाया जाता है। उत्तर भारत के अधिकांश घरों में सरसों के तेल का ही इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि इन दिनों लोग सरसों के तेल का इस्तेमाल कम करने लगे हैं लेकिन सरसों के तेल के बेमिसाल फायदे हैं। सरसों के तेल में 60 प्रतिशत मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है। इसके अलावा इरुसिक एसिड और 12 प्रतिशत ओलिक एसिड पाया जाता है। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड के अलावा ओमेगा 6 फैटी एसिड भी पाया जाता है। यानी सरसों में हर तरह के फायदेमंद कंपाउड पाए जाते हैं।
सरसों के तेल का सेवन करने से दिल से संबंधित बीमारियों का जोखिम बहुत कम हो जाता है। एक अध्ययन के मुताबिक सरसों का तेल कैंसर कोशिकाओं को शरीर में बढ़ने से रोक देता है। सरसों का तेल सर्दी-खांसी को दूर करता है। यह एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल भी होता है। आइए जानते हैं सरसों के तेल के फायदे-
1.एंटी-बैक्टीरियल और एंटीफंगल:-
एक अध्ययन में पाया गया है कि सरसों के तेल में शक्तिशाली एंटीमाइक्रोबियल गुण पाया जाता है। यानी इसमें हर तरह के सूक्ष्मजीवों को खत्म करने की क्षमता है। यह हानिकारक बैक्टीरिया को शरीर में मार देता है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि सरसों का तेल कुछ हानिकारक फंगस और मोल्ड को भी मार देता है।
2.स्किन और बालों की रक्षा:-
शुद्ध सरसों का तेल बालों के विकास और स्किन की हेल्थ में सुधार लाता है। सरसों के तेल में मोम मिलाकर इसका इस्तेमाल अगर फटी एड़िया पर किया जाए तो एड़ियों में क्रेक की समस्या भी खत्म हो जाती है। नवजात बच्चों को सरसों के तेल से मालिश करने से स्किन में हमेशा के लिए निखार बरकरार रहता है। सरसों का तेल झुर्रिया, फाइन लाइन को भी कम करता है।
3.कैंसर से लड़ने में मददगार:-
रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि सरसों का तेल शरीर में कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मददगार है। एक अध्ययन में यहां तक साबित हो चुका है कि सरसों का तेल चूहे में कोलोन कैंसर के विकास को पूरी तरह रोक दिया।
4.हार्ट को हेल्दी बनाता है:-
सरसों के तेल में वही मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है जो बादाम, अखरोट, सीड्स में पाया जाता है। इससे दिल को हर तरह से फायदा होता। एक अध्ययन के मुताबिक सरसों का तेल ट्राइग्लिसराइड्स, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को भी कंट्रोल में रखता है।
5.सर्दी-खांसी में कारगर:-
शुद्ध सरसों के तेल का इस्तेमाल अक्सर ठंड के लक्षणों, जैसे खांसी और छाती में भारीपन के इलाज के लिए एक कुदरती उपचार के रूप में किया जाता है।