मुंबई। मुंबई में 100 साल पुराने छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय ने यूनेस्को का शीर्ष पुरस्कार से जीता है। यूनेस्को की जूरी ने इस संग्रहालय को ऐसी परियोजना के रूप में सराहा है, जिसे विश्व धरोहरों के संरक्षण के लिए एक मानक निर्धारित विरासत स्मारक बताया गया है।
शनिवार को मुंबई के इस संग्रहालय को सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए यूनेस्को एशिया-पैसिफिक अवार्ड्स से नवाजा गया है। एक बयान में कहा गया कि जूरी ने मुंबई में एक प्रमुख नागरिक संस्थान को बहाल करने के लिए संग्रहालय परियोजना की सराहना की। छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय को 1922 में पश्चिमी भारत के प्रिंस ऑफ वेल्स संग्रहालय के रूप में स्थापित किया गया था।
इस साल के लिए जूरी की ओर से छह देशों-अफगानिस्तान, चीन, भारत, ईरान, नेपाल और थाईलैंड की 13 परियोजनाओं को पुरस्कृत करने के लिए चुना गया है।