अरुणाचल प्रदेश। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को अरुणाचल प्रदेश दौरे पर पहुंचे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने किबिथू में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ और विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने चीन को करारा जवाब दिया। दरअसल, चीन ने आज ही अमित शाह के दौरे पर एतराज जताया था। इस पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारी जमीन की तरफ कोई आंख उठाकर भी नहीं देख सकता। सैनिकों के पराक्रम से हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। ऐसे में हमारी सीमा में अतिक्रमण की तो कोई बात ही नहीं है। देश की सुई की नोक जितनी जमीन भी कोई नहीं ले सकता।
पीएम मोदी की ‘लुक ईस्ट‘ नीति का किया जिक्र
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 2014 से पहले पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र को अशांत क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, लेकिन पिछले 9 वर्षों में पीएम मोदी की ‘लुक ईस्ट’ नीति के कारण पूर्वोत्तर को अब एक ऐसा क्षेत्र माना जाता है, जो देश के विकास में योगदान देता है।
सेना की तरीफ में पढ़े कसीदे
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 21 अक्टूबर 1962 में तत्कालिन कुमाऊं रेजीमेंट के छह अधिकारियों ने यहां पर जिस बहादुरी से लड़ाई लड़ी और जिससे भारत की भूमि की रक्षा हो पाई, मैं उन्हें मनपूर्वक श्रद्धाजंलि देना चाहता हूं। 1963 में टाइम मैगजीन में लिखा था कि जो किबिथू में लड़ाई हुई, उसमें भारतीय सेनाओं के पास हथियार तो कम थे, लेकिन वीरता समग्र विश्व की सेनाओं से भी ज्यादा थी।
चीन ने जताया था ऐतराज
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे पर ऐतराज जाहिर करते हुए चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा था कि अमित शाह की यात्रा उसके क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन है। चीन ने यह भी कहा कि वह गृह मंत्री की अरुणाचल प्रदेश यात्रा का पुरजोर विरोध करता है।