नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम और एएपी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को आबकारी नीति घोटाला मामले के संबंध में सीबीआई ने 16 अप्रैल को पूछताछ के लिए कहा है। इसके बाद से ही एएपी और बीजेपी में बयानबाजी का दौर जारी है। एक तरफ ‘आप’ ने सीबीआई के इस समन को सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश बताया है, तो वहीं, बीजेपी ने भी अरविंद केजरीवाल पर अपना हमला तेज करते हुए उन पर कथित शराब नीति घोटाले का ‘मास्टरमाइंड’ होने का आरोप लगाया है।
इस बीच, केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है और पूछा है कि यदि कोर्ट ने आपके खिलाफ फैसला दिया, तो फिर आप कोर्ट के खिलाफ भी कोर्ट जाएंगे। बता दें कि केजरीवाल ने शनिवार को एक ट्वीट करते हुए कहा, ‘हम सीबीआई और ईडी के अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में झूठी गवाही देने और झूठे सुबूत पेश करने के लिए केस करेंगे।’इसी का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने लिखा, ‘यह जिक्र करना भूल गया कि यदि माननीय अदालत आपको दोषी ठहराती है तो आप उसके खिलाफ भी मामला दायर करेंगे। कानून को अपना काम करने दें और हमें कानून के शासन में विश्वास करना चाहिए।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘ईडी और सीबीआई के ख़िलाफ़ कोर्ट जाओगे और अगर कोर्ट भी ख़िलाफ़ गई तो फिर कोर्ट के ख़िलाफ़ भी जाओगे?’
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक बताया गया कि आरोप यह हैं कि कुछ शराब डीलरों और ‘दक्षिण लॉबी’ के पक्ष में नीति को तोड़-मरोड़ कर जुटाए गए धन को आम आदमी पार्टी द्वारा चुनावी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किए जाने का संदेह था, जो धन के लेन-देन के हिस्से के रूप में जांच के अधीन है।
इस तरह का आरोप है कि दिल्ली सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति में शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए कुछ डीलरों को फायदा पहुंचाया गया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी। लेकिन आम आदमी पार्टी ने इस आरोप को खारिज किया था। यह नीति बाद में वापस ले ली गई थी।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने 17 अगस्त, 2022 को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कहा था, ‘यह आरोप लगाया गया है कि आबकारी नीति में संशोधन, लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ देना, लाइसेंस शुल्क में छूट/कमी, अनुमोदन के बिना एल-1 लाइसेंस का विस्तार आदि सहित अनियमितताएं की गईं।’ सूत्रों के मुताबिक कहा गया कि कई कारकों पर विचार करने के बाद मामले में आरोपपत्र दाखिल करते समय केजरीवाल की अंतिम भूमिका, गवाह या आरोपी के रूप में तय की जाएगी।