UP Electricity Bill: उत्तर प्रदेश में दीपावली से पहले ही बिजली उपभोक्ताओं को झटका लग सकता है. दरअसल, यूपी पॉवर कॉरपोरेशन ने चौथी बार कॉस्ट डाटा का संशोधित प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग में दाखिल कर दिया है. यदि विद्युत नियामक आयोग ने उसे मंजूरी दे दी तो नई कॉस्ट डाटा बुक में 30 से 35 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो जाएगी. जिसका सीधा प्रभाव कनेक्शन लेने वालों को पड़ेगा.
बता दें कि बिजली कनेक्शन के लिए आवश्यक समानों का एस्टीमेट कॉस्ट डाटा बुक में दी गई दरों के आधार पर ही तय किया जाता है. कॉर्पोरेशन ने संशोधित कॉस्ट डाटा बुक का प्रस्ताव दिया है, ज्यादातर प्रस्तावित दरों को ज्यों का त्यों ही रखा है, लेकिन ट्रांसफर व्यवस्था में कुछ जरूरी बदलाव किए गए हैं. जिसमें 16 केवीए 3 फेस और 10 केवीए सिंगल फेस ट्रांसफार्मर की भी व्यवस्था की गई है.
ट्रांसफार्मर व्यवस्था में हुआ बदलाव
नई ट्रांसफार्मर व्यवस्था से छोटे किसानों को कुछ राहत मिलेगी. ऐसे में अब उन्हें 25 KVA का ही ट्रांसफार्मर लगवाना आवश्यक नहीं होगा. अब 12 किलोवाट नए कनेक्शन व 12 हॉर्स पावर तक के नए निजी नलकूप पर 16 केवीए ट्रांसफार्मर से भी काम चल जाएगा. जिससे किसानों को 20 हजार रुपये तक की बचत होगी.
उपभोक्ता परिषद ने किया विरोध का एलान
नई कॉस्ट डाटा बुक में अभी तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर की दरों को पावर कॉरपोरेशन ने दाखिल नहीं किया है, जबकि सभी बिजली कंपनियों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के टेंडर हो चुके है. ऐसे में नई दरों को प्रस्तावित करने को लेकर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर यूपी विद्युत उपभोक्ता परिषद ने इसके विरोध की घोषणा किया है, परिषद ने कहा कि वो आयोग की बैठक में प्रस्तावित मनमानी बढ़ोतरी का विरोध करेंगे. उद्योगों व इलेक्ट्रिक व्हीकल की सिक्योरिटी धनराशि की दरों में 100 प्रतिशत से ज्यादा की बढोतरी बेहद ही चौंकाने वाली है.
कॉस्ट डाटा में प्रस्तावित नईं दरें
कॉस्ट डाटा बुक मेंम सिक्योरिटी राशि की मौजूदा व प्रस्तावित दरों के मुताबिक, चार्जिंग सब स्टेशन 400 रुपये प्रति किलोवाट बढ़कर 3000 रुपये प्रति किलोवाट किया है, लार्ज एवं हेवी श्रेणी को 2200 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति किलोवाट किया. वहीं, स्माल एवं मीडियम पावर को 1350 से बढ़ाकर 3000 रुपये प्रति किलोवाट और नॉन इंडस्ट्रियल लोड को 4500 रुपये से बढ़ा 6000 रुपये प्रति किलोवाट कर दिया गया है.