Health tips: सेहत को स्वस्थ रखने के लिए आप सुबह या शाम के समय वॉक करना पसंद करते है. लेकिन क्या आपने उल्टे पांव चलने के बारे में सुना है? इसे बैकवर्ड वॉकिंग या रिवर्स वॉकिंग (Reverse Walking) कहा जाता है. ऐसा करते हुए व्यक्ति आगे की ओर कदम न बढ़ाकर शरीर को सीधा रखते हुए पीछे की ओर चलता है. जो दिमाग, हर्ट, बोन के लिए फायदेमंद होता है. हम आपको बता दें कि इन दिनों लोगों में रिवर्स वाकिंग (Reverse walking) का ट्रेंड चल पड़ा है. रिवर्स वाकिंग से वाकई सेहत को कोई फायदा होता है, चलिए जानते हैं वो फायदे कौन से हैं?
रिवर्स वॉकिंग के फायदे
रिवर्स वॉकिंग या पीछे की ओर चलने से सेहत को कई फायदे होते हैं. यह ट्रेंड इन दिनों लोगों में यूं ही नहीं बढ़ रहा है बल्कि इसके कई स्वस्थ्य लाभ हैं. एक्सपर्ट भी यह मानते हैं कि यह अनकन्वेंशनल एक्सरसाइज़ आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है.
रिवर्स वॉकिंग से मांसपेशियां बनती हैं मजबूत
रिवर्स वॉकिंग में आगे की ओर चलने की तुलना में अलग-अलग मसल्स ग्रुप एक्टिव होते हैं. यह काफ़्, क्वाड्स और हैमस्ट्रिंग पर प्रेशर डालता है, जिससे वर्कआउट बैलेंस होता है और उस कारण बॉडी की मांसपेशियां टोन और मजबूत होती है. यह एक्सरसाइज़ एथलीटों और फिटनेस फ्रीक लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है.
रिवर्स वॉक से बढ़ती है एकाग्रता
इसके अलावा, रिवर्स वॉकिंग संतुलन और कोर्डिनेशन को बेहतर करता है. पीछे की ओर चलते समय व्यक्ति को एकाग्र और जागरूक होना पड़ता है.यह चीज़ें प्रोप्रियोसेप्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है. यही एकाग्रता गिरने के डर को कम करती है जिससे लोग मानसिक तौर पर बेहद मजबूत बनते हैं.
दिल की सेहत होती है दुरुस्त
अध्ययनों के अनुसार पीछे की ओर चलने से दिल की गति आगे की ओर चलने की तुलना में अधिक बढ़ती है. यह एक्सरसाइज़ हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है और कैलोरी को भी तेजी से बर्न कर वजन को कंट्रोल करता है.
कैसे करें शुरुआत?
- शुरुआत में रोज 5 मिनट तक उल्टा चलना शुरू करें.
- यह अभ्यास हमेशा किसी खुली और समतल जगह पर करें.
- ध्यान रखें कि आसपास कोई बाधा न हो.
- धीरे-धीरे समय बढ़ाकर 10-15 मिनट तक करें.
इसे भी पढ़ें:-BSSC में स्पोर्ट्स ट्रेनर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी, जानें आवेदन प्रक्रिया और योग्यता