Chhattisgarh: देश के इतिहास में पहली बार एक साथ 200 से ज्यादा नक्सली शुक्रवार की सुबह छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सामने अपने हथियार डालकर आत्मसमर्पण किया. इनमें 110 महिलाएं और 98 पुरुष शामिल हैं. पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में जवानों को लगातार मिलती सफलता के बाद माओवादी संगठन में बिखराव से लगातार छत्तीसगढ़ के बस्तर के साथ-साथ तेलंगाना और महाराष्ट्र में भी नक्सली सरेंडर कर रहे हैं. इसी कड़ी में कांकेर और बीजापुर के माड़ डिवीजन में सक्रिय करीब 200 से ज्यादा नक्सली मुख्यमंत्री के समक्ष सरेंडर करते हुए नजर आए.
सीएम-डिप्टी सीएम रहें मौजूद
शुक्रवार को होने वाले समर्पण समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय के साथ डिप्टी सीएम विजय शर्मा, डीजीपी अरुण देव गौतम के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि और बस्तर के आईजी, सीआरपीएफ की डीआईजी समेत तमाम पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहें. शुक्रवार के रात को ही बीजापुर और कांकेर से सरेंडर करने वाले माओवादियों को जगदलपुर मुख्यालय ले आया गया है. हालांकि उन्हें मीडिया से अभी दूर रखा गया है.
समर्पण किए गए हथियार
आत्मसमर्पण के दौरान कुल 153 हथियार भी अधिकारियों को सौंपे गए. इन हथियारों में 19 एके-47 राइफल, 17 एसएलआर राइफल, 23 इंसास राइफल, 1 इंसास एलएमजी, 36 .303 राइफल, 4 कार्बाइन, 11 बीजीएल लॉन्चर, 41 बारह बोर/सिंगल शॉट गन और 1 पिस्तौल शामिल है.
माड़ में 3000 व उत्तर बस्तर में 1000 नक्सली कैडर थे
नक्सलियों की अघोषित राजधानी और सबसे सुरक्षित बेस रहे अबूझमाड़ में करीब 3000 हजार नक्सली हमेशा रहा करते थे. 4400 वर्ग किमी में फैले अबूझमाड़ के हर इलाके में नक्सलियों का प्रभाव था. यहां से लगभग सभी नक्सली हिंसा के रास्ते से दूर हो चुके हैं. अमित शाह के दावे के अनुरूप उत्तर बस्तर यानी कांकेर क्षेत्र में सक्रिय 1000 जवानों ने भी हिंसा छोड़ दी है.
बीते 20 माह में 1876 नक्सली कर चुके हैं सरेंडर
अबूझमाड़ नक्सलियों की अघोषित राजधानी थी. नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी मेंबर का सेफ बेस था जो पिछले 20 महीने में पूरी तरह से तबाह हो चुका है. नक्सली माड़ लेकर उत्तर बस्तर डिविजन तक बिखर चुके हैं. इन इलाकों के नक्सलियों ने बड़े पैमाने पर सरेंडर किए हैं. शुक्रवार को जगदलपुर में होने जा रहे सबसे बड़े सरेंडर में भी इन्हीं दोनों इलाके के नक्सली सीएम के सामने हथियार डालेंगे. अब तक 1876 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इसमें सबसे बड़ा सरेंडर भूपति उर्फ सोनू दादा का है.
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