Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले और आंध्र प्रदेश की सीमा से सटे मरेडपल्ली के घने जंगलों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच एक बड़ी भिड़ंत होने की खबर है. प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार, इस मुठभेड़ में कम से कम 6 नक्सलियों के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है. इसमें तीन नक्सली जिन पर कुल 15 लाख रुपये का इनाम था. बताया जा रहा है कि इनमें कुछ वरिष्ठ नक्सली भी शामिल हो सकते हैं, हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है.
कैसे शुरू हुई कार्रवाई?
जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की टीम सुबह भेज्जी और चिंतागुफा थाना क्षेत्रों के पहाड़ी इलाकों में नक्सल रोधी अभियान पर निकली थी. तभी माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर मुठभेड़ शुरू हो गई. यह कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ अभियान का हिस्सा थी. मिली जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच काफी देर तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही. मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से दो महिला नक्सलियों सहित 6 नक्सलियों के शव बरामद किए गए. साथ ही, पुलिस ने वहां से .303 राइफल, बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (बीजीएल), अन्य हथियार और विस्फोटक भी जब्त किए. यह सफलता नक्सल रोधी अभियान में महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
बाद में पुलिस करेगी खुलासा
पुलिस का कहना है कि सुकमा में आपरेशन अभी जारी है. इसलिए मुठभेड़ के स्थान, ऑपरेशन में शामिल सुरक्षाबलों की संख्या तथा अन्य संवेदनशील जानकारी इस समय साझा नहीं की जा सकती, ताकि आपरेशन में लगे जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. ऑपरेशन पूर्ण होने के पश्चात विस्तृत रिपोर्ट अलग से साझा की जाएगी.
बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद अब अपने अंतिम चरण में
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पट्टिलिंगम ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद अब अपने अंतिम चरण में है. माओवादी कार्यकर्ताओं के पास हिंसा छोड़कर सरकार की पुनर्वास योजना अपनाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है. उन्होंने बताया कि सुकमा समेत सात जिलों वाले बस्तर रेंज में इस साल अब तक केंद्रीय समिति, दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति और पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के कुल 233 माओवादी मारे जा चुके हैं. अधिकारियों का मानना है कि नक्सलियों की सक्रियता लगातार कम हो रही है.
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