Nuh violence: हरियाणा के मेवात और सोहना में दो समुदायों के बीच जोरदार झड़प हो गई। देखते ही देखते हिंसा की आग गुरुग्राम, फरीदाबाद तक पहुंच गई। आपको बता दें कि हरियाणा के नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद, मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल द्वारा निकाली गई थी। इस ब्रजमंडल 84 कोस शोभा यात्रा के दौरान दो गुटों में टकराव हुआ। देखते ही देखते हंगामा इतना बढ़ गया कि पत्थर के साथ साथ गोलियां भी चलीं। बताया जा रहा है कि नूंह के नल्हड़ स्थित नलहेश्वर महादेव मंदिर से यात्रा शुरू होते ही नारेबाजी और पथराव होने लगा। इस हिंसा में दो होम गार्डस समेत 3 की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
हिंसा को देखते हुए नूंह में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इंटरनेट पर भी तीन दिन के लिए रोक लगा दी गई है। इसके अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद और रेवाड़ी में धारा 144 लागू कर दी गई है,तथा इन जगहो पर स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, नूंह में हिंदू संगठनों की तरफ से तय था कि ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाएगी। तय प्लान के मुताबिक मेवात में शिव मंदिर के सामने से बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी, तभी यात्रा पर पथराव हो गया। इस बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे। मोनू मानेसर ने पहले ही वीडियो शेयर कर यात्रा में अधिक से अधिक लोगों से पहुंचने की अपील की थी। इतना ही नहीं मोनू मानेसर ने कहा था कि वह खुद भी इस रैली में शामिल होगा। हालांकि, मोनू मानेसर इस यात्रा में नहीं आया, लेकिन बिट्टू बजरंगी नाम के कथित गोरक्षक के शामिल होने पर तनाव बढ़ा। नूंह में दूसरे पक्ष के लोगों ने जमकर बवाल किया और तभी यह पथराव हुआ।
आपको बता दें कि मोनू मानेसर नासिर-जुनैद हत्याकांड में वांटेड है। हरियाणा के भिवानी में लोहारू के बारवास गांव के पास एक जली हुई बोलेरो में 16 फरवरी को दो कंकाल मिले थे। मृतकों की पहचान नासिर (25) और जुनैद (35) के तौर पर हुई थी। इन दोनों की हत्या के बाद ही मोनू मानेसर चर्चा में आया था।