Amarnath yatra: अमरनाथ की यात्रा 1 जुलाई से आरंभ होने वाली है जो 31 अगस्त तक चलेगी। इस यात्रा को लेकर आज दिन शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में अमरनाथ यात्रा सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण बैठक गृह मंत्रालय में आज शाम को 4:00 बजे होगी। इस बैठक में अमरनाथ यात्रा के रूट पर कौन-कौन से सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे इन बातों की चर्चा की जाएगी। इसके अलावा बैठक में नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स की टीम अपना प्रजेंटेशन देगी। साथ ही इस यात्रा में शामिल होने वाले यात्रियों की सुविधा और उनकी आवाजाही से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।
योजनाओं का भी जायजा लेंगे गृहमंत्री अमित शाह
गृह मंत्री केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा तीर्थ यात्रियों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाई जा रही योजनाओं का भी जायजा लेंगे। सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि सूचनाएं मिली हैं कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए अमरनाथ यात्रा मार्ग पर पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि किसी भी संभावित प्राकृतिक हादसे के खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने श्रद्धालु शिविरों के लिए उपयुक्त जगहों की पहचान शुरू कर दी है। मिली जानकारी के मुताबिक, पवित्र गुफा के ऊपरी हिस्से में हिमनदीय घटनाओं और झीलों के निर्माण का पता लगाने के लिए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों से हवाई निरीक्षण करवाए जाने की संभावना है। हिमनदीय घटनाओं और झीलों के निर्माण की वजह से निचले भाग में अचानक बाढ़ आने की संभावना बढ़ जाती है।
अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरा मंडरा रहा है। आतंकवादी अमरनाथ यात्रा के काफिर पर पुलवामा जैसे हमले को दोहराने की साजिश रच रहे हैं। इसके लिए पीओके में लगातार बैठकें भी हो रही हैं। सूत्रों के मुताबिक सीमा पार पीओके में बने आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप में आतंकवादियों को फिदायीन हमले की ट्रेनिंग दी जा रही है। साथ ही यह भी जानकारी मिली है कि इन आतंकियों को पाकिस्तानी सेना के कमांडो विशेष ट्रेनिंग दे रहे हैं और पाकिस्तानी सेना के कर्नल-ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी इस ट्रेनिंग कैंप को खुद मॉनिटर कर रहे हैं।