Jharkhand: झारखंड के साहिबगंज जिले में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन की तलाशी के दौरान एक 6 सौ से अधिक प्रतिबंधित कछुओं को बरामद किया है. इस मामले में दो महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कुछ तस्कर मौके से फरार होने में सफल रहे. आरपीएफ के अनुसार, यह कार्रवाई बरहड़वा रेलवे स्टेशन पर नियमित चेकिंग अभियान के दौरान की गई. जानकारी के मुताबिक ये लोग कछुओं को उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल ले जाने की फिराक में थे.
वन्यजीव तस्करी का भंडाफोड़
आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार को इस रूट से तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी. इसके बाद टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया. साहिबगंज से ट्रेन खुलते ही संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी गई और तालझारी पहुंचते-पहुंचते तीनों तस्करों को धर दबोचा गया. मौके पर ही बैगों की जांच कर कछुओं की खेप बरामद कर ली गई.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर निवासी करण पत्रकट, कुसमा पत्रकट और मंजू पत्रकट के रूप में हुई है. पूछताछ में खुलासा हुआ कि कछुए बनारस से खरीदे गए थे और उन्हें पश्चिम बंगाल के फरक्का ले जाया जा रहा था. प्राथमिक जांच में अंतरराज्यीय नेटवर्क के संकेत भी मिले हैं.
कुल 662 जीवित कछुओं को जब्त
जांच के दौरान 18 बोरे बरामद किए गए, जिनमें 16 बैग में 40-40 जीवित कछुए (कुल 640), एक बैग में 21 कछुए और एक बोरे में एक बड़ा जीवित कछुआ बरामद किया गया. इस तरह इस कार्रवाई में कुल 662 जीवित कछुओं को जब्त किया गया. इस दौरान एक पुरुष और दो महिलाओं को ट्रेन से उतारकर हिरासत में लिया गया और साहिबगंज वन विभाग को पूरे मामले की जानकारी दी गई.
वन विभाग को सौंपने की तैयारी, केस दर्ज
आरपीएफ ने बरामद कछुओं को सुरक्षित रखने के लिए वन विभाग से संपर्क साधा है, ताकि उन्हें नियमानुसार सुपुर्द किया जा सके. वहीं, आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि वन्यजीव तस्करी पर सख्ती जारी रहेगी और ऐसे नेटवर्क को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
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