Amit Shah visit mp: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ‘मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य बनाकर ये कमलनाथ छोड़कर गए थे। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह की सरकार को याद करिए। भ्रष्टाचार, लूट-खसोट, गड्ढे से भरी सड़कें, पानी बगैर खेत, बिजली बगैर गरीब का घर था और महिला सुरक्षा का नामोनिशान नहीं था। मैं एक आदिवासी सम्मेलन में हिस्सा लेने मध्य प्रदेश आया था। उस समय शिवराज सिंह ने एक साथ 17 घोषणाएं कीं। मैंने पूछा- शिवराज जी ये पूरी होंगी या नहीं? लेकिन आज सुबह जब मैंने इनसे बात की तो पता चला कि सारी की सारी घोषणाएं जो की गई थीं, वो सब मात्र 2 वर्ष में ही पूरी हो गई हैं।’ दरअसल, अमित शाह ने मध्य प्रदेश के मंडला से बीजेपी की ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ का शुभारंभ किया, और जनसभा को संबोधित करते हुए ये सारी बाते कही।
गृहमंत्री ने कहा कि ‘मैं मध्य प्रदेश के पूरे आदिवासी समाज से कहने आया हूं कि जब केंद्र में UPA और प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक बयान दिया कि देश की तिजोरी पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। हमेशा से कांग्रेस अल्पसंख्यक तुष्टिकरण में डूबी रही। 2014 में मोदी जी की सरकार आई. संसद की भूमि को प्रणाम करके PM मोदी ने सारे सांसदों से कहा कि मेरी सरकार आदिवासियों और दलितों की सरकार है। आपको दो विचारधाराओं के बीच चयन करना है। एक तरफ कांग्रेस कहती है कि देश के खजाने पर अल्पसंख्यकों का अधिकार है। वहीं दूसरी ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि देश के खजाने पर मेरे आदिवासी भाई-बहन और गरीबों का अधिकार है।’
गृहमंत्री ने कहा कि ‘पिछले 9 वर्ष में देश के गरीबों और आदिवासियों के लिए पीएम मोदी ने ढेर सारे बदलाव किए हैं। PM मोदी ने जल, जंगल और जमीन के साथ सुरक्षा, सम्मान और समावेशी विकास को जोड़कर आदिवासी कल्याण की अलख जगाई। कुछ दिनों बाद G-20 की बैठक है। आज G-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है। दुनिया, भारत के विकास और संस्कृति से परिचित हो रही है। दुनिया के सबसे ज्यादा सम्मान हमारे नेता नरेन्द्र मोदी को मिले हैं। लेकिन ये सम्मान पीएम नरेन्द्र मोदी को नहीं बल्कि भारत की 130 करोड़ जनता को मिले हैं।’