Rajasthan: राजस्थान के सिरोही में शनिवार को कृषि विभाग की टीम ने खाद निर्माण फैक्ट्री के खिलाफ पहली बार बड़ी कार्रवाई की. दरअसल, पिछले दिनों राजस्थान में कई फैक्ट्रियों में नकली खाद-बीज के मामले सामने आने के बाद से जिला प्रशासन एक्शन मोड में है. यही वजह है कि सिरोही जिले के आबूरोड़ क्षेत्र के मावल के आबूरोड रीको एरिया स्थित एक फैक्ट्री में भी सिरोही की जिला प्रशासन टीम ने ऑपरेशन डिकॉय के तहत बड़ी कार्रवाई की.
गोपनीय सूचना के आधार पर प्रशासनिक अधिकारी नकली खाद निर्माण को लेकर छापेमारी की जिसमें बड़ी मात्रा में खाद के बैग व सफेद पाउडर के पैकेट जब्त कर फैक्ट्री को सीज कर दिया. कृषि विभाग की टीम को जांच के दौरान बड़ी मात्रा में खाद के बैग और सफेद पाउडर के पैकेट मिले, जिन पर कोई भी लेवल नही लगा था.
नकली उर्वरक बनाने वाली फैक्ट्रियां हुई सीज
हाल ही में कृषि मंत्री ने राजस्थान के श्रीगंगानगर में खुद डिकॉय ऑपरेशन किया था, जिसके तहत कई फैक्ट्री सीज कर दिया गया. किशनगढ़ में उर्वरक बनवाकर बेच रहीं देश की नामी कम्पनियाों के साथ नकली उर्वरक बनाने वाली फैक्ट्रियां भी सीज की जा चुकी है.
कृषि विभाग की टीम ने बीती रात मारा छापा
जिले में आबूरोड के मावल रीको एरिया में एक फैक्ट्री में नकली खाद निर्माण की आशंका को लेकर कृषि विभाग की टीम ने बीती रात छापा मारा. यहां गोदाम में दानेदार खाद के बैग व सफेद पाउडर के पैकेट जब्त कर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे हैं. विभाग की कार्रवाई शुक्रवार देर रात तक चली. इस मामले में विभाग की टीम ने नकली खाद की आशंका जताते हुए रीको थाने में भी रिपोर्ट दी है.
दस्तावेज न होने की वजह से सीज हुई फैक्ट्री
कृषि विभाग के प्रमुख शंकरलाल मीणा ने बताया कि जिले के आबूरोड में मावल रीको एरिया स्थित फर्म बर्ड एग्रो कम्पनी में खाद निर्माण की जानकारी मिलने पर टीम ने जांच की. टीम ने वैध अनुज्ञापत्र, स्टॉक रजिस्टर, क्रय विक्रय बिल इत्यादि मांगे, जो कि मौके पर नहीं पाए गए, जिसके चलते संदिग्ध नजर आने पर फैक्ट्री सीज की कार्रवाई की गई.
जांच के दौरान बड़ी मात्रा में खाद व सफेद पाउडर के पैकेट जप्त
प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को फैक्ट्री में जांच के दौरान बड़ी मात्रा में खाद के बैग व सफेद पाउडर के पैकेट मिले. जिन पर कुछ भी अंकित नहीं था. ऐसे में खाद व पाउडर संदिग्ध लगने पर टीम ने खाद के 1511 बैग एवं सफेद पाउडर के 500 पैकेट जब्त किए. छापेमारी में जांच करने वाली टीम में उप निदेशक ओमप्रकाश बैरवा, कृषि विभाग के सहायक निदेशक डॉ. पन्नालाल चौधरी, सहायक निदेशक पवन कुमार बरड़िया, कृषि अधिकारी विक्रम सिंह मीणा और सहायक कृषि अधिकारी संदीप मीणा शामिल थे.
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