Up news: उत्तर प्रदेश में एक और नए जिले की सूरत बनती दिख रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की स्मृति में ‘कल्याण सिंह नगर’ नाम से नया जिला बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. यह जिला अलीगढ़ के अतरौली और गंगीरी क्षेत्रों के साथ बुलंदशहर के डिबाई इलाके को मिलाकर बनाया जा सकता है. योगी सरकार ने इस प्रस्ताव पर गंभीरता दिखाते हुए संबंधित जिलों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
क्यों जरूरी है नया जिला?
पूर्व सीएम के बेटे और पूर्व सांसद राजवीर सिंह राजू ने एक अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक मांग पत्र भेजा था. जिसमें लिखा था कि उनके पिता कल्याण सिंह ने अपना पूरा जीवन समाज के विकास के लिए बलिदान कर दिया था. वह अपने क्षेत्र अतरौली से लगातार विषम परस्थितियों में भी चुनकर आते रहे हैं. पार्टी द्वारा जो भी दायित्व सौंपे गए हैं, उन्होंने पूरी निष्ठा से काम किया. अब उनके क्षेत्र में भ्रमण के दौरान लोग कहते हैं कि बाबूजी ने प्रदेश का विकास तो चहुमुंखी रूप से किया, लेकिन अन्य पूर्व मुख्यमंत्रियों की तरह जन्मभूमि, कर्मभूमि, अतरौली को वह ऊंचाई देने में कुछ कमी रह गई. पूर्व मुख्यमंत्री का कार्यक्षेत्र अतरौली और बुलंदशहर जिले के डिबाई में भी रहा है. यह क्षेत्र भी विकास की आशा रखता है
प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू
राजस्व परिषद के आयुक्त एवं सचिव के प्रभारी अधिकारी राम कुमार द्विवेदी ने दोनों जिलों के डीएम को पत्र भेजा है. इसमें नए जिले और तहसील के गठन से जुड़ी औचित्यपूर्ण रिपोर्ट (Justification Report) कमिश्नर के माध्यम से भेजने को कहा गया है. इस रिपोर्ट के आधार पर ‘कल्याण सिंह नगर’ के गठन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा.
कल्याण सिंह की विरासत
कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे और भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा रहे. अयोध्या आंदोलन से लेकर प्रदेश के विकास तक, उन्होंने कई ऐतिहासिक निर्णय लिए. अब उनके नाम पर जिले के गठन से न केवल उनकी स्मृति को सम्मान मिलेगा, बल्कि उनके क्षेत्र को भी नई पहचान मिल सकती है.