Uttarakhand: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ऐसे बीजेपी मुख्यमंत्री है जो उत्तराखंड में सब से लंबे वक्त तक सीएम बनने का रिकॉर्ड कायम कर चुके है. बीजेपी कई सीएम अपना कार्यकाल पूरा नहीं पाए लेकिन सीएम धामी एक मात्र ऐसे मुख्यमंत्री है जिन्होंने इतना लंबा समय पूरा किया है. सीएम धामी ने गुरुवार को 4 साल पूरे कर लिए हैं. आपको बता दें कि धामी को साल 2021 में पहली बार उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था. तब उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनके जैसे साधारण कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी.
सीएम धामी ने लिए कई ऐतिहासिक फैसले
धामी सरकार ने कई साहसिक फैसले लिए, जो प्रदेश ही नहीं देश में चर्चा का विषय बने रहे जैसे समान नागरिक संहिता UCC को लागू करना. इसके अलावा महिलाओं के लिए तीन मुफ्त गैस सिलेंडर, सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण, सहकारी समितियों में 33% आरक्षण, और ‘लखपति दीदी’ जैसी योजनाओं ने महिलाओं को धामी के करीब किया.
पूर्व सैनिकों और शहीद परिवारों के लिए सरकार ने अनुग्रह राशि 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख कर दी, वहीं शासकीय नौकरी में आवेदन की समय सीमा में भी लचीलापन दिया गया. ‘उपनल’ कर्मियों के लिए बीमा और अन्य सरकारी कर्मचारियों के समकक्ष सुविधाएं लागू कर, लंबे समय से लंबित मांगों को पूरा किया गया.
CM धामी ने बताई उपलब्धियां
भाइयों-बहनों, जहां इन 4 वर्षों में समान नागरिक संहिता, सख़्त नक़ल विरोधी क़ानून, सख़्त धर्मांतरण कानून, दंगारोधी कानून लागू कर सुशासन के संकल्प को पूरा किया है वहीं लैंड जिहाद, लव जिहाद, अवैध मदरसों व अतिक्रमण पर लगातार कार्रवाई और भू-क़ानून लागू कर देवभूमि के मूल स्वरूप की रक्षा हेतु अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है.
इन 4 वर्षों में एक ओर जहां प्रदेश सतत विकास के लक्ष्यों (SDG Index) की प्राप्ति में देश का अग्रणी राज्य बना है वहीं दूसरी ओर कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने के लिए इकोलॉजी, इकॉनमी और टेक्नोलॉजी के बेहतर समन्वय से रोड, रेल और रोपवे निर्माण के क्षेत्र में भी नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है.
धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों के फलस्वरुप प्रत्येक वर्ष रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा एवं कांवड़ यात्रा में देवभूमि उत्तराखंड पधार रहे हैं. आपके आशीर्वाद और आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के पुनर्विकास, साहसिक पर्यटन को बढ़ावा, स्थानीय उत्पादों का बढ़ चढ़कर प्रचार-प्रसार, होम स्टे योजना के माध्यम से स्वरोज़गार, छात्रवृत्ति योजनाएँ, खेल और खिलाड़ियों के लिये बेहतर सुविधाएँ, किसान कल्याण, सैनिक कल्याण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व कार्य आज देवभूमि उत्तराखंड के विकास का नया अध्याय लिख रहे हैं.
प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देते हुए रिकॉर्ड ₹ 3.5 लाख करोड़ के MOU साइन किए और अभी तक ₹ 1 लाख करोड़ के निवेश की ग्राउंडिंग कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है. विकसित भारत-2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगामी वर्षों में देवभूमि उन्नति और प्रगति के क्षेत्र में नये सोपान गढ़ने को तैयार है. देवभूमि उत्तराखंड की सेवा का अवसर प्रदान करने के लिए देवतुल्य जनता और केंद्रीय नेतृत्व का हार्दिक आभार.
उपचुनाव जीतकर धामी ने अपनी काबिलियत की साबित
बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी खुद खटीमा से चुनाव हार गए थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाकर अपना भरोसा जताया. इसके बाद धामी ने चम्पावत उपचुनाव लड़ा और जीतकर धामी ने अपनी काबिलियत भी साबित की.
इसे भी पढ़ें:-स्वामी विवेकानंद की 123वीं पुण्यतिथि आज: पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि