गाजीपुर। कोरोना संक्रमण के बीच अब ब्लैक फंगस भी पाँव पसारने लगा है। हालांकि इससे डरने की जगह इसके बारे में जागरुक होने की जरूरत है। ब्लैक फंगस कोई नई बीमारी नहीं है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने भी इस बीमारी से दो-दो हाथ करने के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है। जनपद में अब तक ब्लैक फंगस का कोई भी मरीज नहीं पाया गया है, फिर भी स्वास्थ्य महकमा इसको लेकर पूरी तरह से तैयार है। इस रोग में प्रयुक्त होने वाली दवा वाराणसी मंडल में शासन के द्वारा उपलब्ध करा दी गई है, जिसके लिए मरीज के दवा का आकलन मंडलायुक्त एवं अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, वाराणसी मण्डल के साथ ही स्थानीय राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य द्वारा नामित विशेषज्ञ की त्रिस्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि ब्लैक फंगस के इलाज में प्रयुक्त होने वाली दवा को लेकर अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन अमित मोहन प्रसाद का एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें इस दवा के आवंटन के संबंध में पूरी जानकारी दी गई है। इसलिए जनपदवासियों को इस लक्षण वाले मरीजों को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस का इलाज सरकारी क्षेत्र में राजकीय मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा। इसकी दवा का वितरण स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पतालों में किया जाएगा। इसके साथ ही निजी चिकित्सालय में इलाज कराने वाले मरीज खुले बाजार से दवा प्राप्त कर सकेंगे। खुले बाजार में दवा नहीं मिलने की दशा में उपलब्धता के आधार पर यह दवा मंडलायुक्त वाराणसी के साथ ही अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को आवेदन कर प्राप्त की जा सकती है। डॉ उमेश ने बताया कि दवा की सीमित उपलब्धता को देखते हुए इसको मंडल स्तर पर उपलब्ध कराया गया है, जिसके लिए त्रिस्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति के द्वारा सहमति जताने पर मरीज को दवा उपलब्ध कराई जाएगी। मरीज के आवेदन पर यह दवा तीन दिनों के लिए एक बार में उपलब्ध कराई जाएगी। स्थानीय रेडक्रास सोसाइटी द्वारा यह दवा 6000 रुपये प्रति लाइपोसोमल इंजेक्शन वायल तथा 1500 रुपये प्रति इमल्शन वायल की दर से उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें से 10% धनराशि रेड क्रॉस में रोकते हुए शेष धनराशि रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड के खाते में जमा की जाएगी। क्या हैं ब्लैक फंगस के लक्षण- चेहरे का दर्द, सिर दर्द, नाक बंद, नाक दर्द और नाक से पानी निकलना, नाक से खून निकलना, दृष्टि की कमजोरी या आँखों में दर्द, आँखें लाल हो जाना, आँखों से आँसू आना, गालों और आंखों में सूजन, आँख के निचले हिस्से में कालापन आना, नाक में काली पपड़ी