बरेली। स्मार्ट सिटी के तहत विकास भवन रोड पर स्थित अर्बन हाट को विकसित करके बरेली हाट में तब्दील किया जाएगा। इस पर करीब 158 करोड़ रुपये की लागत आएगी। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स बरेली हाट व हैंडीक्राफ्ट प्रमोशन सेंटर को मंजूरी दे दी है। जल्द ही इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद निर्माण शुरू कराने की तैयारी है। जरी-जरदोजी को बरेली में एक जनपद एक उत्पाद के तहत चुना गया है। हैंडीक्राफ्ट सेंटर बनने के बाद इस कारोबार से जुड़े दो लाख कारीगरों को व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी। जरी कारीगरों को इस सेंटर में न सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय बाजार के हिसाब से ट्रेनिंग दी जाएगी बल्कि शहर में ही मार्केटिंग की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी। इसके साथ जरी जरदोजी की डिजाइन में काम आने वाला रॉ मेटेरियल भी उपलब्ध कराया जाएगा। वरिष्ठ महाप्रबंधक भूपेश कुमार सिंह ने बताया कि उत्पादों के प्रमोशन के लिए शोरूम भी बनेगा। कारीगरों को दुकानें भी आवंटित की जाएंगी। जो व्यापारी यहां जरी जरदोजी का आर्डर देने आएंगे, उनके लिए रेस्ट रूम और रेस्टोरेंट की भी व्यवस्था होगी। बांस और बेंत के फ र्नीचर कारोबार को भी इसके माध्यम से प्रमोट किया जाएगा। वरिष्ठ महाप्रबंधक ने बताया कि बरेली स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने पिछले दिनों इस प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया पूरी करने की मंजूरी दे दी है। करीब 158 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट पर दो हिस्सों पर काम होगा। बरेली हाट के लिए करीब 111 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें हस्तशिल्पियों के उत्पादों के प्रदर्शन, मनोरंजन, सूचना आदि के लिए व्यवस्था की जानी है। इसके साथ वहां दो बिल्डिंग में व्यावसायिक क्षेत्र भी तैयार किया जाना है। उसके पीछे वाले भाग में हैंडीक्राफ्ट प्रमोशन सेंटर बनाया जाएगा, जिसके लिए 47 करोड़ रुपये बजट रखा गया है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल कम स्थान होने के कारण इस सेंटर को पीछे तक बढ़ाया जाना है। हस्तशिल्पियों के विकास के लिए तमाम काम होंगे। उन्हें प्रशिक्षण की भी सुविधा इस सेंटर में होगी। इसके अंदर करीब दो सौ स्थायी दुकानें बनाई जाएंगी। हस्तशिल्पियों के लिए प्रदर्शनी लगाने को अस्थायी दुकानें भी होंगी। रेस्टोरेंट, कैफे, फू ड कोर्ट भी खोले जाएंगे।