आगरा। आगरा से भांडई वाया बटेश्वर रेल मार्ग, आगरा जयपुर रेल मार्ग के विद्युतीकरण के बाद पांच माह के भीतर आगरा डिवीजन की 16 ट्रेनों का संचालन इलेक्ट्रिक इंजन से किया जा रहा है। इससे रेलवे को पूरे रीजन में करीब 130 करोड़ रुपये की बचत हुई है। कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है। यात्रियों के समय की बचत हो रही है। आगरा मंडल से आगरा फोर्ट-अजमेर-आगरा फोर्ट एक्सप्रेस, इंदौर-देहरादून एक्सप्रेस, आगरा इटावा रेलमार्ग से होकर गुजरने वाली बांद्रा टर्मिनस-गाजीपुर सिटी एक्सप्रेस (सप्ताह में दो बार), ग्वालियर-अहमदाबाद एक्सप्रेस, उदयपुर-खजुराहो एक्सप्रेस, आगरा-कोलकाता एक्सप्रेस, अहमदाबाद-आगरा कैंट एक्सप्रेस गाड़ियों को अप्रैल से 10 अगस्त के बीच में इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन शुरू कर दिया गया। पूर्व में यह सभी ट्रेनें डीजल इंजन से दौड़ रही थीं। आगरा मंडल के वाणिज्य प्रबंधक एसके श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक चुनिंदा ट्रेनें ही इन ट्रैकों से इलेक्ट्रिक इंजन से चलाई जा रही थीं। अब उत्तर मध्य रेलवे ने आगरा डिवीजन की 16 ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि इससे टाइमिंग में सुधार हुआ है। डीजल इंजन बदलने में एक घंटे तक का समय खर्च हो जाता है। इससे रेलवे को भी आर्थिक लाभ पहुंचा है।