महाराष्ट्र। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सुदूर गांवों को मुफ्त वाई-फाई कनेक्शन देने की योजना की शुरुआत की है। इसके तहत लातूर जिले में दूरदराज इलाके का एक गांव नागतीर्थवाड़ी मुफ्त वाई-फाई कनेक्शन वाला पहला ऐसा गांव बना, जहां फ्री नेटवर्किंग की सुविधा प्रदान की गई। प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) मनोज राउत ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा कि मुफ्त इंटरनेट देते समय अनावश्यक साइटों को ब्लॉक कर दिया जाता है। इससे विशेष रूप से इस गांव के छात्रों को राहत मिली, जो लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शिक्षा प्राप्ति से वंचित रह गए थे। अब वे स्कूलों से ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने की उम्मीद लगाए हुए हैं। बकौल राउत यह पहल संभागीय आयुक्त सुनील केंद्रेकर द्वारा प्रस्तावित ‘सुंदर मजा गांव’ (माई ब्यूटीफुल विलेज) कार्यक्रम का हिस्सा है और जिला परिषद के सीईओ अभिनव गोयल की बीएएलए (बिल्डिंग एज लर्निंग एड) पहल है, जिसका उद्देश्य गांव को एक स्मार्ट मॉडल के रूप में विकसित करना है। 552 की आबादी वाले नागतीर्थवाड़ी गांव की रहने वाली सरिता यालमाटे ने कहा कि उनके जैसी गृहणियों के पास पहले हॉटस्पॉट का उपयोग करने के लिए अपने पतियों पर निर्भर रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। ग्राम पंचायत में मुफ्त वाई-फाई कनेक्शन सुविधा प्रदान होने से अब गृहणियों को अपने पतियों के इंतजार करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में यह पहला कदम है। सभी ग्रामीण अब इंटरनेट पाकर खुश हैं। अन्य पहलों के अलावा हर सुबह धार्मिक गीत और प्रार्थना करने के लिए गांव भर में 12 साउंड स्पीकर लगाए गए थे। इसके अलावा, हर सुबह और शाम समाचार बुलेटिन प्रसारित किए जाते हैं। इस सुविधा का उपयोग ग्रामीणों को कुछ महत्वपूर्ण निर्देश देने के लिए भी किया जाता है।