नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन के बीर संबंधों की स्थिति सीमा की स्थिति को दर्शाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण है तो संबंधों को आगे जारी रखने की कोई वास्तविक उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों हुआ और यह क्या दर्शाता है, ऐसे सवाल पूरी तरह से वैध हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक कार्यक्रम में कहा कि जैसा कि हम पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं, संबंधों की स्थिति सीमा पर स्थिति में दिखाई देगी। ऐसा नहीं हो सकता कि सीमा पर संघर्ष चलता रहे, तनाव बना रहे और अन्य पक्षों में हमारे संबंध उसी तरह चलते रहें। यह इस तरह काम नहीं करता है। उन्होंने कहा कि जिस दिशा में हम बढ़ रहे हैं, मैं नहीं समझता कि यह दोनों में से किसी भी देश के लिए बेहतर है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन की ओर से सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पड़ोसी देश ने अपनी प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन किया है। वहीं अफगानिस्तान में हालात को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) प्रस्ताव 2593 कई मुद्दों पर दुनिया में व्यापक चिंता की अभिव्यक्ति है। अफगानिस्तान को आतंकवादियों की पनाहगाह नहीं बनने देना चाहिए।