नई दिल्ली। दिल्ली में कई तरह के आकर्षक ऐतिहासिक स्थल, स्मारक, पुराने महल, राजाओं, रानियों, राजकुमारों, कब्र जैसी कहानियों से भरा हुआ है। बता दें कि दिल्ली अपने पर्यटन स्थलों के लिए ही नहीं, बल्कि असामान्य गतिविधियों के लिए भी मशहूर है।
आपको बता दें कि दिल्ली में कई ऐसी जगहे है, जो अपनी भूतिया कहानियों के लिए बेहद मशहूर हैं। तो चलिए जानते है दिल्ली के इन भूतिया जगहों के बारे में….
दिल्ली कैंट:- आपको बता दें कि दिल्ली छावनी क्षेत्र दिल्ली कैंट के रूप में भी जाना जाता है। इस जगह को दिल्ली का सबसे भूतिया जगह बताया जाता है। आपको यह जगह दिन में बेहद खूबसूरत और आकर्षक लगेगा, लेकिन रात होते ही ये जगह किसी भूतिया जगह से कम नहीं लगता।
यहां कई लोगों ने अजीब घटनाओं का अनुभव किया है। इस जगह को लेकर ऐसा भी कहा जाता है कि यहां एक महिला को मार दिया गया था, जिसके बाद से उसकी आत्मा यहां भटक रही है। साथ ही यहां से निकलने वाले लोगों ने यह भी बताया है कि यहां एक महिला सफेद साड़ी में लोगों से लिफ्ट मांगती है और फिर अचानक से गायब हो जाती है।
द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन:- आपको बता दें कि द्वारका का यह भीड़-भाड़ वाला स्टेशन प्रेतवाधित स्थानों में से है। द्वारका के इस स्टेशन में प्रवेश करने से पहले आपको एक बड़ा पेड़ दिखाई देगा, उसको लेकर कहा जाता है कि यहां एक महिला की आत्मा है, जो दिन में कभी भी किसी भी समय पर सामने दिखने लगती है।
यहां से गुजरने वाले कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें यहां थप्पड़ लगने का भी अनुभव हुआ है। यहां तक कि इस भूत को देखते ही वाहन चालकों के फुटपाथ पर दुर्घटनाग्रस्त होने की भी खबरें आई हैं। साथ ही लोगों का यह भी कहना है कि उनकी गाड़ी के आगे एक महिला आ जाती है, जो तेज रफ्तार से आगे-आगे दौडऩे के बाद गायब हो जाती है।
हाउस नंबर डब्ल्यू 3:- आपको बता दें कि पॉश ग्रेटर कैलाश क्षेत्र के ठीक बीच में यह शानदार महलनुमा घर लंबे समय से कई भयानक कहानियों का विषय रहा है। इस जगह के बारे में कहा जाता है कि जिस बुजुर्ग दंपत्ति की यहां हत्या कर दी गई, उसके बाद उनकी आत्माओं ने अपने प्यारे घर को कभी नहीं छोड़ा।
कुछ लोग जिन्होंने इन कहानियों के पीछे की वास्तविकता का पता लगाने के लिए घर में समय बिताने की हिम्मत की, तो उन्होंने आवास में एक लटकी हुई अनछुई उपस्थिति का अनुभव हुआ। कुछ राहगीरों ने घर से रोने, फुसफुसाने और हंसी की आवाज़ सुनने की भी सूचना दी है। यह कहानी इतनी गहरी हो गई हैं कि कोई भी इस घर पर कब्जा करने की हिम्मत नहीं करता।
फ़िरोज़ शाह कोटला किला:- आपको बता दें कि दिल्ली में घूमने के लिए यह सबसे प्रसिद्ध प्रेतवाधित स्थानों में से एक है। यहां तक कि इसका उल्लेख विलियम डेलरिम्पल की लोकप्रिय पुस्तक में भी मिलता है। 14वीं सदी का यह किला लोगों को अपनी ओर हमेशा आकर्षित करता है।
आपको बता दें कि इस किले का निर्माण 14 वीं शताब्दी में दिल्ली में तुगलक ने करवाया गया था। ऐसा माना जाता है कि किले में कई जिन्न रहते हैं। इसलिए रात के समय इस किले के पास कोई भी नहीं जाता। लोग तो यहां हर गुरुवार को जिन्न को खुश करने के लिए अगरबत्ती, मोमबत्तियां और प्रसाद चढाने के लिए आते हैं।
भूली भटियारी का महल:- आपको बता दें कि इस जगह का नाम उस व्यक्ति के नाम पर रखा गया था, जो इस जगह पर काम करता था और उसका नाम बू-अली भट्टी था। बता दें कि इस महल का निर्माण 14वीं शताब्दी में तुगलक शासकों द्वारा शिकार के दौरान इस्तेमाल करने के लिए बनवाया गया था।
अंधेरा होने के बाद लोग इस महल में जाने से बचते हैं। कई लोगों का कहना है कि इस जगह से रोने की आवाजें आती हैं। यहां का माहौल ऐसा है कि फड़फड़ाते पक्षी और भिनभिनाते रात के कीड़े भी भयावह लगते हैं। सूर्यास्त के बाद लोगों को परिसर में प्रवेश करने से रोकने के लिए आमतौर पर पुलिसकर्मी इसके प्रवेश द्वार पर तैनात होते हैं।
जमाली कमाली मकबरा और मस्जिद:- ऐसा माना जाता है कि सूफियों-संतों की आत्माएं कभी नहीं मरती हैं और हमेशा अपनी कब्रगाहों के आसपास घूमती रहती हैं और जब 15वीं शताब्दी के मुगल-युग के मकबरे की बात आती है, तो इस तरह की कहानियां मानों वास्तविक लगती हैं।
यह वह जगह है, जहां वर्ष 1535 के दो रहस्यवादी जमाली और कमली की कब्रें स्थित हैं। लोगों ने यहां जानवरों के चिल्लाने की आवाजें सुनी हैं और ऐसी आवाजें जैसे कोई उन्हें बुला रहा हो। कुछ ने तो अपने बगले के पास से ठंडी हवाओं को भी महसूस किया है। ऐसा माना जाता है कि यहां ऐसे जिन्न हैं, जो इन संतों की कब्रों की रक्षा करते है।