स्वास्थ्य। अस्थमा वो हेल्थ कंडीशन है जिसके कारण एयरवेज का तंग होना और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको या आपके परिवार में किसी को अस्थमा है तो शायद आप यह जानते होंगे कि मौसम में बदलाव से इसके लक्षण प्रभावित होते हैं। विंटर सीजन में भी यह समस्या बढ़ सकती है। जब तापमान सामान्य से कम हो जाता है, तो कोल्ड इंड्यूज अस्थमा से इसके लक्षण बदतर हो सकते हैं। कई बार यह लक्षण घर से बाहर जाने या लाइट एक्सरसाइज करने से भी गंभीर हो जाते हैं। इसलिए, अस्थमा के रोगियों का इस दौरान खुद का खास ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं अस्थमा रोगियों को विंटर में कौन से काम नहीं करने चाहिए–
अस्थमा पेशेंट्स को सर्दियों में कौन से काम नहीं करने चाहिए?
बहुत से लोगों के लिए अस्थमा अटैक्स विंटर में अधिक गंभीर हो सकते हैं। सर्दियों में अस्थमा रोगियों के लिए दो चैलेंज होते हैं- एक अधिकतर समय घर में बिताना और दूसरा ठंड। आइए जानते हैं कि अस्थमा पेशेंट्स को सर्दियों में कौन से काम नहीं करने चाहिए-
बाहर एक्सरसाइज करना:-
ठंड के मौसम का अर्थ नहीं है कि आप एक्सरसाइज न करें। लेकिन, अस्थमा के रोगी एक्सरसाइज को कभी भी घर से बाहर करने की भूल न करें। इससे अस्थमा के लक्षण बदतर हो सकते हैं। यही नहीं, अधिक समय तक एक्सेरशन से भी बचें।
साफ-सफाई न करना:-
सर्दियों के मौसम में हम अधिकतर समय घर के अंदर बिताते हैं। ऐसे में घर को समय-समय पर वैक्यूम करना और डस्ट फ्री करना जरूरी है ताकि एलर्जेंस को कम किया जा सके। अगर आपका घर साफ नहीं होता है तो अस्थमा के लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
माउथ ब्रीदिंग से बचें:-
कुछ लोगों की मुंह सांस लेने की आदत होती है। अगर आपको अस्थमा है तो तो आपके लिए ठंडे तापमान में नाक से सांस लेना जरूरी है। ठंडे मौसम में नाक से सास लेने अस्थमा अटैक ट्रिगर हो सकता है।
पेट्स के आसपास जाने से बचें:-
अगर आपके घर में पालतू जानवर है, तो इससे भी अस्थमा ट्रिगर हो सकता है। सर्दियों में यह समस्या और भी अधिक बढ़ सकती है। ऐसे में जितना हो सके अपने पालतू जानवर से दूर रहें ताकि अस्थमा के लक्षणों को बदतर होने से बचाया जा सके।