ईटानगर। चीन की बढ़ती चुनौती के बीच भारत को बड़ी सफलता मिली है। दरअसल भारतीय वायुसेना ने अरुणाचल प्रदेश के दुर्गम स्थानों पर भारी मशीनरी भेजने में सफलता हासिल की है। दुर्गम स्थानों पर भारी मशीनरी पहुंचने से सीमा पर सड़क निर्माण के काम में तेजी आएगी। भारतीय वायुसेना की ईस्टर्न एयर कमांड ने यह कारनामा किया है। जिसके बाद अरुणाचल प्रदेश के मुश्किल क्षेत्रों में भी बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन और जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स को बड़ी मदद मिल सकेगी।
ईस्टर्न एयर कमांड ने ट्वीट कर बताया कि एयर फोर्स ने चिनूक विमानों की मदद से भारी मशीनरी को अरुणाचल प्रदेश के दुर्गम स्थानों तक पहुंचाने में सफलता हासिल की है। इससे उत्तर पूर्व में रोड कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। गौरतलब है कि चीन ने सीमा पर सड़कों का जाल बिछा लिया है। भारत भी अब तेजी से इस दिशा में काम कर रहा है। बीते दिनों थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने बताया था कि चीन ने एलएसी पर तैनात सैनिकों की संख्या में थोड़ा इजाफा किया है। हम इस पर निगाह बनाए हुए हैं।
आर्मी चीफ ने कहा कि हम एकतरफा सीमा में बदलाव की कोशिशों का विरोध करेंगे। चीन का नाम लिए बगैर सेना प्रमुख ने कहा कि हमारी सेना सीमा में बदलाव की किसी भी कोशिश को रोकने में सक्षम है। बता दें कि दिसंबर 2022 में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिक भिड़ गए थे। लंबे समय से चीन सीमा पर तनाव बना हुआ है।