टूरिज्म हमारे सांस्कृतिक-सामाजिक जीवन का हिस्सा रहा है: पीएम मोदी

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने शुक्रवार को पर्यटन मंत्रालय द्वारा डेवलपिंग टूरिज्म विषय पर आयोजित पोस्ट बजट वेबिनार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई योजनाओ का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज वो समय है, जब हमारे गांव भी टूरिज्म का केंद्र बन रहे हैं। बेहतर होते इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण अब दूर-सुदूर के गांव टूरिज्म मैप पर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के बॉर्डर इलाकों का भी तेजी से विकास हो रहा है। बॉर्डर किनारे बसे गांवों में ‘वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज योजना’ भी शुरू की है।

वेबीनार को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने टूरिज्म को बढ़ावा देने पर फोकस किया। उन्‍होने कहा, ‘होम स्टे हों, छोटे होटल हों, छोटे रेस्टोरेंट हों ऐसे अनेक बिजनेस के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट करने का काम हमें करना है। जब यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ती हैं, तो कैसे यात्रियों में आकर्षण बढ़ता है, उनकी संख्या में भारी वृद्धि होती है, ये भी हम देश में देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि, भारत के विभिन्न स्थलों में अगर Civic Amenities बढ़ाई जाएं, वहां डिजिटल कनेक्टिविटी अच्छी हो, होटल-हॉस्पिटल अच्छे हों, गंदगी का नामो-निशान ना हो, बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर हो तो भारत के टूरिज्म सेक्टर में कई गुना वृद्धि हो सकती है।

पीएम मोदी ने कांग्रेस सरकारों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि, यात्राओं की इस पुरातन परंपरा के बावजूद दुर्भाग्य ये रहा कि इन स्थानों पर समय के अनुकूल सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने आगे कहा, पहले सैकड़ों वर्षों की गुलामी और आजादी के बाद के दशकों में इन स्थानों की राजनीतिक उपेक्षा ने देश का बहुत नुकसान किया। अब आज का भारत इस स्थिति को बदल रहा है। जब संसाधन नहीं थे, तब भी कष्ट उठाकर लोग यात्राओं पर जाते थे। चारधाम यात्रा, द्वादश ज्योर्लिंग की यात्रा, 51 शक्तिपीठ की यात्रा, ऐसी कितनी ही यात्राएं हमारे आस्था के स्थलों को जोड़ती थीं। हमारे यहां होने वाली यात्राओं ने देश की एकता को मजबूत करने का भी काम किया है।

पीएम मोदी ने कहा, भारत के संदर्भ में देखें तो टूरिज्म का दायरा बहुत बड़ा है। सदियों से हमारे यहां यात्राएं होती रही हैं, ये हमारे सांस्कृतिक-सामाजिक जीवन का हिस्सा रहा है। भारत में हमें टूरिज्म सेक्टर को नई ऊंचाई देने के लिए ऑउट ऑफ द बॉक्‍स सोचना होगा और लॉन्‍ग टर्म प्‍लानिंग करके चलना होगा। जब भी कोई टूरिस्ट डेस्टिनेशन को विकसित करने की बात आती है तीन सवाल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। पहला- उस स्थान का Potential क्या है? दूसरा- Ease of Travel के लिए वहां की Infrastructural Need क्या है, उसे कैसे पूरा करेंगे? तीसरा – Promotion के लिए नया क्या करेंगे?

उन्होंने कहा, आज का ‘नया भारत नए वर्क कल्चर’ के साथ आगे बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने बजट का भी जिक्र किया। उन्‍होने कहा कि इस बार भी बजट की खूब वाह-वाही हुई है। देश के लोगों ने इसे पॉजिटिव तरीके से लिया है।

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