डीएलएड प्रशिक्षुओं की नई जिम्मेदारी, “एक प्रशिक्षु एक प्रवेश” का लक्ष्य

प्रयागराज। शिक्षक बनने का सपना देख रहे डीएलएड प्रशिक्षुओं को अब एक नई जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी। प्रशिक्षण के दौरान ही उन्हें एक बच्चे को खोज कर विद्यालय में दाखिला दिलाना होगा। इस अभियान में उन्हें भी जोड़ा गया है। स्कूल चलो अभियान के तहत शिक्षा विभाग ने एक प्रशिक्षु एक प्रवेश का लक्ष्य निर्धारित किया है।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने सभी डायट प्राचार्य को निर्देश दिया है कि वह कक्षा 1 से 8 के विद्यालयों में बच्चों के साथ शत-प्रतिशत नामांकन में सहयोग करें। इस क्रम में आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिन्हित कर करके व उनके विद्यालय में नामांकन पर बल देने की आवश्‍यकता है। इसके तहत प्रदेश के विभिन्न जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों की ओर से डीएलएड प्रशिक्षु के माध्यम से “एक प्रशिक्षु एक प्रवेश” की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसमें प्रशिक्षु 6 से 14 वर्ष के बच्चों को चिन्हित कर पास के परिषदीय, उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश करवाएंगे।

पांच से अधिक प्रवेश से मिलेगा प्रशस्ति पत्र

यह प्रक्रिया 30 अप्रैल तक अवश्‍य पूरी की जाएगी। एससीईआरटी निदेशक डॉ. अंजना गोयल ने यह भी कहा है कि इंटर्नशिप क्रियात्मक प्रशिक्षण के आंतरिक मूल्यांकन में इसका संज्ञान लिया जाएगा। 5 से अधिक प्रवेश दिलाने पर उन्हें प्रशस्ति पत्र भी प्रदान की जाएगी।

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