महत्वपूर्ण जानकारी। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक प्रत्येक ग्रह का अपना एक विशेष महत्व है। तथा ये सभी ग्रह समय-समय पर राशि परिवर्तन करते रहते है। जिससे जातकों को शुभ अशुभ फल प्रदान करते हैं।वहीं यदि दो ग्रहों एक ही भाव में दो ग्रहों का आना कई जातकों के लिए बेहद शुभ माना जाता है। तो वहीं कुछ को इसके नकारात्मक प्रभाव झेलने पड़ते हैं। आपको बता दें कि चंद्रमा और शनि की युति बन रही है जिससे एक विशेष विष योग बन रहा है। जिससे कुछ राशि के जातको को लाभ तो वहीं कुछ राशि के जातकों को अशुभ परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। तो चलिए जानते है कि वे कौन सी राशिया है जिन्हे इस योग से अशुभ प्रभाव झोलने पड़ सकते है।
कर्क राशि के जातक – जिन जातकों की राशि कर्क है। उनके अष्टम भाव में चंद्र शनि की युति से विष योग बनने वाला है। कर्क राशि का स्वामी स्वयं उसी भाव में बैठा हुआ है। जिसकी वजह से आपको कई विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। इस समय कर्क राशि के जातकों पर शनि की ढैया चल रही है। जिसके कारण यह बहुत फलदाई समय नहीं माना जा रहा। यदि इस समय आप कुछ नया या विशेष आरंभ करने का मन बना रहे हैं तो इस समय ना करें तो बहतर है। कर्क राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। वाद विवाद से बचें, वाहन चलाते समय और इंवेस्टमेंट करते समय सावधानी बरतें।
कन्या राशि के जातक – ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कन्या राशि के जातको के छठे भाव में विष योग बनने वाला है। जिसकी वजह से कन्या राशि के जातकों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। आपकी अपने शत्रुओं से अनावश्यक बहस हो सकती है। जिसके कारण मानसिक तनाव बढ़ सकता है। इस दौरान आपको पैसों की तंगी रहेगी। यदि आप नौकरी पेशा हैं तो कार्यस्थल पर सावधानी बरतने की जरूरत है। वहीं अनावश्यक खर्चों से बचें।
मीन राशि के जातक – जिन जातकों की राशि मीन है। उनके बारहवें भाव में विष योग बन रहा है। यह समय आपके लिए अनचाही यात्रा का समय माना जा रहा है। इस दौरान आपका वाद विवाद हो सकता है। सामान की चोरी होने की भी संभावना है। सेहत का ध्यान रखें, स्वास्थ्य खराब होने के योग बन रहे हैं। आपके ऊपर किसी बात का झूठा आरोप लग सकता है। इस समय मीन राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती के कारण धन और सेहत संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।