Ayodhya: रामजन्मभूमि की सुरक्षा को लेकर एक अहम बदलाव किया गया है। अब रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा आधुनिक तकनीक से लैस होगी। वर्तमान में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में स्थित इस परिसर की निगरानी में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। आपको बता दें कि रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा का नया प्लान तैयार करने की जिम्मेदारी शासन की ओर से सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक बल) को सौंपी गई थी।
सीआईएसएफ ने नए सिरे से तैयार सुरक्षा प्लान को शासन के समक्ष प्रस्तुत किया था, जिसे मंजूरी मिल गयी है। मंजूरी मिलने के बाद बुधवार को सीआईएसएफ के अधिकारियों ने अयोध्या पहुंचकर रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया। बताया जा रहा है कि सीआईएसएफ के डीजी शीलवर्धन व डीआईजी सुमंत सिंह ने आईजीजोन पीयूष मोर्डिया के साथ निर्माणाधीन रामजन्मभूमि पथ व रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने तीन घंटे तक परिसर का निरीक्षण किया। सिक्योरिटी आडिट के अनुरूप होने वाली व्यवस्थाओं का समीक्षा की। श्रद्धालुओं के आवागमन के मार्ग देखने के साथ-साथ बैग स्कैनर आदि लगने के प्रबंध देखे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी भी इस मौके पर रहे। अधिकारियों ने आवश्यकता एवं अपेक्षाओं पर भी चर्चा की।
सुरक्षा में आधुनिक उपकरणों का अधिक इस्तेमाल
रामजन्मभूमि की सुरक्षा में आधुनिक उपकरणों का अधिक इस्तेमाल किया जाएगा। यात्रियों का सामान रखने व पार्किंग की सुविधा रामजन्मभूमि परिसर से कुछ दूरी पर हो, ऐसी चर्चा हुई है। मिली जानकारी के अनुसार, रामलला के दर्शनार्थी अपने साथ मंदिर में प्रसाद के अलावा कुछ नहीं ले जा सकेंगे। बैठक में सीसीटीवी कैमरे, मार्डन कंट्रोल रूम को लेकर विचार विमर्श हुआ। लगेज स्कैनर रामजन्मभूमि पथ पर किस स्थान पर लगाया जाए, इसको लेकर विचार विमर्श हुआ है। इसके अलावा सावन व कांवड़ मेले में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर अयोध्या पुलिस द्वारा किए गए इंतजामों की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी राजकरन नैयर सहित सीआरपीएफ, पीएसी व खुफिया विभाग के भी अधिकारी मौजूद रहे।