New Delhi: क्राइम ब्रांच के एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय एक बड़े ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़ कर तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि इनके कब्जे से करीब एक करोड़ रुपये मूल्य के 32 ग्राम मेथमफेटामाइन और सात ग्राम एमडीएमए (टैबलेट) बरामद की गई है. इन नशों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है. दिल्ली पुलिस के मुतबिक 2 सितंबर को पुलिस को वसंत कुंज के गांव मोसूदपुर से नशे की खेप आने की जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस टीम ने छापा मारा.
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में खुलासा
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त संजीव कुमार यादव ने बताया, अमृतसर निवासी हैप्पी ने नॉटिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया हुआ है. वह 2014 में मलेशिया में काम कर चुका है. महामारी के बाद 2022 में भारत लौटने के बाद वह अपने पूर्व मर्चेंट नेवी सहयोगी सुरजीत उर्फ जीता से फिर से जुड़ गया. सुरजीत मेथमफेटामाइन के तस्करी में शामिल था. चंडीगढ़ में मादक पदार्थ मामले में सुरजीत की गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने दिल्ली में अपने सहयोगी विक्रम के साथ मिलकर दिल्ली में नशीली दवाओं की आपूर्ति का नेटवर्क जारी रखा. विक्रम ग्वालियर से बीएससी में स्नातक किया हुआ है और दिल्ली में कैब ड्राइवर के रूप में काम करता है था.
दिल्ली पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस अब गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके इस सिंडिकेट पर और कितने लोग शामिल है . वही दिल्ली पुलिस नशे के खेप की सप्लाई चैन का भी पता लगाने में जुटी हुई है.
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