जीवन में नीति की होनी चाहिए प्रधानता: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। स्वायंभूमनु के पुत्र उत्तानपाद जी महाराज, उत्तानपाद जी के दो पत्नियां थी सुनीति और सुरुचि।…

कथा सुनने से हृदय में स्थिर होती है भगवान की भक्ति: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। प्रथम स्कंध में सत्य स्वरूप परमात्मा को प्रणाम किया गया है। श्रीमद्भागवत महापुराण में निष्कपट…

भागवत भगवान की है शब्द मई मूर्ति: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। श्रीमद्भागवतमहापुराण माहात्म्या श्रीमद्भागवत महापुराण भगवान् श्रीकृष्ण का ही स्वरूप है। भागवत में और भगवान् में…

जीवन में एक बार जरुर करनी चाहिए चार धाम यात्रा: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। अगर मनुष्य जीवन मिला है तो कम से कम एक बार चारों धाम की यात्रा…

जल ही है प्राण: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। जल हमारे जीवन के लिये अति आवश्यक है। जल ही जीवन है। जल ही प्राण…

गृहस्थ ही मर्यादा का है दर्शन: दिव्य मोरारी बापू

राजस्‍थान/पुष्‍कर। श्रीशिवमहापुराण ज्ञानयज्ञ कथा महामहोत्सव (अष्टम-दिवस) सर्वजनहिताय-सर्वजनसुखाय (भव्य-सत्संग) सानिध्य-परम पूज्य संत श्री घनश्याम दास जी महाराज (पुष्कर-गोवर्धन)…

मनुष्य के जीवन में चिंतन का है बड़ा महत्व: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। भगवान गणेश के अनंत नामों एक नाम विघ्नेश है। ये विघ्न करने वाले गणों के…

शिव पूजा करने से व्यक्ति को प्राप्त होता है सब कुछ: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। कुमारखंड में भगवान शंकर के पुत्र कुमार कार्तिकेय और भगवान श्री गणेश जी की संपूर्ण…

परीक्षा से जीवन में आता है निखार: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। माता पार्वती का नामकरण संस्कार, विद्या अध्ययन, शिव की प्राप्ति के लिए कठिन तप, उनकी…

परमात्मा से मिलने का साधन है भक्ति: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। प्रजापति दक्ष के यहां भगवती सती का अवतार, भगवती सती की बाल लीला, भगवती सती…