Keyboard: की-बोर्ड में क्यों होते है उल्टेे-सीधे अल्फाबेट, जानें इस लेआउट का नाम और बनाने की वजह

Why keyboard is not arranged alphabetically: कंप्यूटर, लैपटॉप और पीसी का इस्तेमाल तो  लगभर हर घर में होता है। ऐसे में पीसी या लैपटॉप पर कुछ भी लिखने के लिए हमें की-बोर्ड की आवश्‍यकता पड़ती है। जो लोग की बोर्ड पर काम करते है उन्‍हें तो इसके बारे में जानकारी होती है कि कौन सी किज कहां है लेकिन जो लोग कीबोर्ड इस्तेमाल नहीं करते और कभी करना पड़ता है तो उनको काफी दिक्‍कतों का सामना करना पड़ता है, क्‍योकि कि-बोर्ड के सारे की उल्‍टे-सीधे तरह से डिजाइन किए गए रहते है। लेकिन क्‍या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा क्‍यो किया गया है? आपको बता दें कि कंप्यूटर की-बोर्ड पर कीज़ अल्फाबेट ऑर्डर में न होने का कारण की-बोर्ड को डिज़ाइन करने का तरीका है। वर्तमान समय हम जिस की-बोर्ड लेआउट का इस्तेमाल कर रहे हैं उसे QWERTY लेआउट कहते हैं, और इसे 1870 में क्रिएट किया गया था।

दरअसल, कीबोर्ड पर ABCDE फॉर्मेट की बजाए QWERTY फॉर्मेट में कीज़ इसलिए होती हैं क्योंकि कंप्यूटर लैपटॉप आने से पहले टाइपराइटर पर QWERTY वाले फॉर्मेट को ही सही माना गया था। साल 1868 में Christopher Latham Sholes, जिन्होंने टाइपराइटर का इन्वेंशन किया था, उन्होंने पहले ABCDE फॉर्मेट पर ही कीबोर्ड बनाया। लेकिन उन्होंने यह पाया कि जितनी स्पीड और सुविधाजनक टाइपिंग की उन्होंने उम्मीद की थी, वह नहीं हो पा रहा है। क्योंकि कीज़ काफी नज़दीक थी और जिन अक्षरों का कम इस्तेमाल होता है जैसे- QXZ इनको हाथ के हिसाब से सेट नहीं पो रहा था।

 

QWERTY लेआउट को तेजी से टाइप करते समय टाइपराइटर की कीज़ को अटकने से रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया था। कीबोर्ड पर अक्षरों को इस तरह से रखा गया था कि सबसे ज़्यादा इस्तेमाल की जाने वाली कीज़ एक-दूसरे से अलग रहें, और टाइपिंग करते हुए वे एक साथ जाम न हो जाए। आपने नोटिस किया होगा कि कम इस्तेमाल वाली कीज़ QWERTY फॉर्मेट में कोने में हैं और ज़्यादा इस्तेमाल में लाए जाने वाली कीज़ जैसे- EISM ये उंगलियों के हिसाब से रखी गई हैं।

 

जब कंप्यूटर कीबोर्ड बनाया गया तो वही QWERTY लेआउट रखा गया क्योंकि लोग पहले से ही इसे समझते थे। इसके अलावा, कंप्यूटर कीबोर्ड में टाइपराइटर के मुकाबले कई और कीज़ जोड़ी गईं, जिनमें फंक्शन कीज़, ऐरो कीज़ और नंबर कीज़ शामिल हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि QWERTY लेआउट एकमात्र कीबोर्ड लेआउट नहीं है। कई दूसरे कीबोर्ड लेआउट हैं जो पिछले कुछ सालों में बनाए गए हैं, जैसे Dvorak Simplified कीबोर्ड और Colemak लेआउट। लेकिन ये लेआउट QWERTY लेआउट की तुलना में ज्यादा आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, लेकिन इन्हें व्यापक रूप से अपनाया नहीं गया है।

QWERTY लेआउट टाइपराइटर पर keys के जैमिंग को रोकने के लिए बनाया गया था, ताकि कोई भी शब्द लिखने के लिए कीज़ को अलग-अलग जगह से प्रेस किया जा सके और दोनों हाथों का बराबर से यूज किया जा सके।

 

 

 

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