नवंबर से आरंभ होगा श्री राममंदिर की प्लिंथ का निर्माण

लखनऊ। राममंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक शुक्रवार को शुरू हुई। बैठक में समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर निर्माण की प्रगति जानी और कार्यों की समीक्षा की। इंजीनियरों ने अब तक हुए कार्यों का पूरा प्रजेंटेशन नृपेंद्र मिश्र के समक्ष रखा तो वहीं भावी योजनाओं को लेकर भी मंथन किया गया। बैठक में यह तय किया गया है कि राममंदिर के सुपर स्ट्रक्चर प्लिंथ निर्माण का काम नवंबर से प्रारंभ कर दिया जाएगा। मंदिर निर्माण समिति की बैठक से पूर्व नृपेंद्र मिश्र ने राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे कार्यों का निरीक्षण कर उसकी प्रगति जानी। इसके बाद मंदिर परिसर स्थित विश्वामित्र आश्रम में ट्रस्ट के पदाधिकारियों व इंजीनियरों के साथ बैठक कर अब तक हुए कार्य की पूरी जानकारी ली। नींव भराई के काम में लगी कार्यदाई संस्था एलएंडटी व टाटा के इंजीनियरों ने मंदिर निर्माण की प्रगति से नृपेंद्र मिश्र को अवगत कराया। इसके बाद सर्किट हाउस में पहले दिन की बैठक शुरू हुई। बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राममंदिर की नींव भराई का काम लगभग पूरा हो चुका है, अभी कुछ काम बाकी है बारिश की वजह से थोड़ी बाधा आई है। उन्‍होंने बताया कि हमारी तैयारी है कि नवंबर से राममंदिर के प्लिंथ का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इससे पूर्व सितंबर के अंत या फिर अक्तूबर के पहले सप्ताह से रॉफ्ट निर्माण काम शुरू कर दिया जाएगा। प्लिंथ से पहले राफ्ट तैयार करने के लिए भी करीब पौने तीन लाख क्यूबिक फीट पत्थरों की आवश्यकता है। मिर्जापुर से अभी पत्थरों की पूरी खेप नहीं आ सकी है। माल न तैयार होने के कारण एक बार फिर पत्थरों की आपूर्ति रुक गई है। भगवान श्री रामजन्मभूमि में मालवाहक वाहनों के प्रवेश के लिए नया रास्ता प्रारंभ करने को लेकर भी चर्चा हुई। मालवाहक वाहन के लिए युसूफ आरा मशीन के बगल से नया रास्ता खोला जाना है। यहां गेट लगा दिया गया है। शीघ्र ही इस रास्ते को शुरू करने को लेकर विचार-विमर्श किया गया। बताया कि बैठक में राममंदिर निर्माण के साथ-साथ मंदिर परिसर में विकसित होने वाले प्रकल्पों को लेकर भी चर्चा की गई है। बैठक में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, ट्रस्टी बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, राममंदिर के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा सहित एलएंडटी, टाटा सहित ट्रस्ट के इंजीनियर मौजूद रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 29 अगस्त को अयोध्या आ रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का राम जन्मभूमि में भव्य स्वागत को लेकर भी योजना बनी है। हालांकि इसके लिए क्या तैयारी की गई है ट्रस्ट ने इसका खुलासा नहीं किया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राष्ट्रपति देश के प्रथम नागिरक है, सम्मानित व्यक्ति हैं। सुरक्षा के मानकों के अनुसार जो हमें कहा जाए हम करेंगे। कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहली बार है जब रामजन्मभूमि में देश के राष्ट्रपति आ रहे हैं।

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