NEET 2025: मेडिकल की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए एक खुशखबरी है. नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने वर्ष 2025 में एमबीबीएस और पीजी पाठ्यक्रमों के लिए लगभग 8000 नई सीटें जोड़ने की संभावना बताई है. इसके मद्देनजर मेडिकल कालेजों का मूल्यांकन किया जा रहा है. नीट-यूजी के लिए काउंसलिंग शुरू हो चुकी है और पहला दौर पूरा हो चुका है. काउंसलिंग का दूसरा दौर 25 अगस्त तक शुरू होने की उम्मीद है.
कब होगी काउंसलिंग?
एनएमसी के मुताबिक मेडिकल यूजी और पीजी में करीब 8000 सीटें बढ़ सकती हैं. नीट यूजी 2025 की काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और पहला राउंड पूरा हो गया है. अब दूसरा राउंड 25 अगस्त से शुरू होने की संभावना है.
पीजी काउंसलिंग सितंबर से शुरू होने की संभावना है क्योंकि मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण जारी है. इसलिए यदि आप काउंसलिंग का इंतजार कर रहे हैं तो तैयार रहें, क्योंकि सीटों में बढ़ोतरी से चयन की संभावनाएं बढ़ जाएंगी.
अभी कितनी सीटें हैं?
फिलहाल देश में मेडिकल सीटों की संख्या एक लाख से अधिक है.देश के मेडिकल कॉलेजों में MBBS की कुल सीटें 1,18,098 हैं जिनमें 59,782 सीटें सरकारी कॉलेजों में, 58,316 सीटें निजी कॉलेजों में हैं.इसी तरह PG की कुल 53,960 सीटें हैं जिसमें 30,029 सरकारी, 23,931 निजी कॉलेजों की सीटें शामिल हैं.इस साल CBI जांच की वजह से कुछ UG सीटें कम हुई थीं, लेकिन NMC का कहना है कि निरीक्षण पूरा होने के बाद कुल सीटें बढ़कर 8,000 या उससे ज्यादा हो सकती हैं.
20.7 लाख नए डाक्टरों की जरूरत
भारत को 2030 तक लगभग 20.7 लाख नए डाक्टरों की आवश्यकता होगी, ताकि डाक्टर-जनसंख्या का अनुपात 1:1,000 हासिल किया जा सके. विश्व स्वास्थ्य संगठन 1,000 लोगों पर एक डाक्टर का अनुपात सुझाता है. 2024 के अंत तक देश में 13.86 लाख रजिस्टर्ड एलोपैथिक डाक्टर थे, जिनमें 80 प्रतिशत सक्रिय रूप से कार्यरत हैं. इससे सक्रिय एलोपैथिक डाक्टरों की कुल संख्या 11.08 लाख बनती है.
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