कानपुर। शिक्षा, शोध और स्टार्टअप के मामले में दुनिया भर में परचम लहराने वाले आईआईटी कानपुर को क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 277 स्थान मिला है। पिछले साल 350 वीं रैंक पाने वाले आईआईटी कानपुर की देश में भी रैंक सुधरी है। पिछले साल इसकी छठवीं रैंकिंग थी, लेकिन इस बार आईआईटी पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। क्वेकक्योरिली साइमंड्स ग्लोबल हायर एजूकेशन हर वर्ष क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग जारी करता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा हायर एजूकेशन नेटवर्क है। शैक्षणिक गतिविधियां, शोध कार्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार और छात्र शिक्षक अनुपात के आधार पर संस्थानों की क्यूएस रैंकिंग जारी होती है। आईआईटी कानपुर शोध कार्य, स्टार्टअप, राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन करता रहता है। कोरोना महामारी के दौरान आईआईटी कानपुर ने देश को तकनीक रूप से समृद्ध किया और दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ी। तभी इस बार पिछले साल के मुकाबले आईआईटी कानपुर को 73 रैंक की उछाल मिली है। 350 रैंक से सीधे से 277 रैंक मिली है। वहीं हर साल की तरह इस बार भी क्यू एस इंडिया रैंकिंग में आईआईटी मुंबई को पहला स्थान मिला है। आईआईटी खड़कपुर, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी रुड़की भी आईआईटी कानपुर से पिछड़ गए हैं। संस्थान की इस उपलब्धि पर निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर ने सभी को बधाई दी हैं।