लखनऊ। जिले में शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में कक्षा दो और तीन के बच्चे पढ़ाई से इतर बैंकिंग लेनदेन भी सीखेंगे। बाकायदा एक से दस हजार रुपये तक के चिल्ड्रेन नोट भी इस्तेमाल में लाए जाएंगे। ताकि नकद लेनदेन की अनुभूति हो। इसकी शुरुआत सितंबर में स्कूल खुलने पर होगी। बच्चों की तार्किक क्षमता को बढ़ाने के लिए निजी संस्था प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन ने इन्हीं तकनीक के जरिए पढ़ाई कराने की पहल की है। ताकि परिषदीय विद्यालयों के बच्चे निजी स्कूलों के बच्चों से कदम से कदम मिलाकर चल सकें। बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बच्चों की तार्किक क्षमता को बढ़ाने के लिए पढ़ाई के साथ उन्हें ऐसे विषयों की जानकारी मुहैया कराई जा रही है, जो रोजमर्रा के जीवन में अहम हैं। इसी कड़ी में बच्चों को बैंकिंग लेनदेन की जानकारी दी जाएगी। बच्चों को बताया जाएगा कि बैंक क्या है। वहां क्या काम होता है। कैसे होता है। नोट क्या हैं। खाता कैसे खुलवाया जाता है। बैंकिंग व्यवस्था को बेहतर ढंग से समझाने के लिए बच्चों का ग्रुप बनाया जाएगा। जहां बच्चे ही बैंक मैनेजर, कैशियर, ग्राहक व गार्ड की भूमिका निभाएंगे। उन्हें खाता खुलवाने, लेनदेन के साथ ही किसी समस्या पर बैंक प्रबंधक से शिकायत की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।