वाराणसी। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे इस सत्र में अपनी पसंद की दुकान से यूनिफार्म खरीदकर पहनेंगे। इसके लिए शासन स्तर से सीधे अभिभावकों के खाते में धन देने की तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके लिए 90 फीसदी अभिभावकों के बैंक खातों का विवरण विभाग ने अपडेट कर दिया है। जिले के 2514 विद्यालयों में तीन लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। कोरोना काल से पूर्व ड्रेस वितरण का जिम्मा विद्यालय प्रबंध समिति के पास था। प्रति विद्यार्थी छह सौ रुपये के हिसाब से ड्रेस की धनराशि विद्यालय के खाते में भेज दी जाती थी। प्रधानाध्यापक किसी दुकान या होलसेल डीलर से ड्रेस खरीदकर विद्यार्थियों को उपलब्ध कराते थे। इसमें हो रहे खेल को रोकने के लिए सरकार ने मिड डे मील की ही तरह स्कूल ड्रेस का भी धन अभिभावकों के खाते में भेजने का निर्णय लिया गया है। बीएसए रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर परिषदीय बच्चों के अभिभावकों के बैंक खाता का विवतरण जुटाया जा रहा है। 90 फीसदी अभिभावकों की फीडिंग पूरी हो गई है। जल्द ही बाकी खातों को अपडेट कर शासन को रिपोर्ट प्रेषित कर दी जाएगी।